क्या देश के मीडिया हाउस और चैनल्स पर पॉर्न इंडस्ट्री की नज़र है-कहीं मोटी फंडिग का लालच तो नहीं चैनल मालिकों को?
कई दिन पहले लिखी थी ये ख़बर, लेकिन देशभर में उठ रहे सवालों के बीच हमारे मीडिया हाउस की गंभीरता को देखते हुए अपने आपको रोक नहीं पा रहा हूं…ये जानते हुए भी कि इन्ही चैनलों की नौकरी की तमन्ना मेरे भी दिल में रहती है। ये भी जानता हूं कि सवाल उठाने की वजह से कुछ चैनल्स के रास्ते बंद होते देखे हैं। लेकिन क्या करूं मजबूर हूं!
नई दिल्ली (26 नवंबर 2019)- देश के कथित सबसे तेज़ चैनल पर एक ख़बर पढ़कर और उसके द्वारा किये गये कथित सर्वे के बाद कुछ लोगों के मन में ये सवाल उठना लाज़िमी है, कि क्या देश के मीडिया हाउस या फिर बाज़ार में पोर्न इंडस्ट्री या फिर पोर्न फिल्मों का धंधा करने वाले या फिर इस तरह की नंगई की मार्किटिंग करने वालों का इंवेस्टमेंट या फिर उनकी दिलचस्पी तो हमारे देश के मीडिया संस्थानों या चैनल्स में बढ़ तो नहीं रही है ? कहीं बाज़ारवाद और पैसे की चमक की दौड़ में हम अपने सामाजिक ताने बाने और मूल्यों को ख़त्म करने की दिशा में तो नहीं जा रहे।
दरअसल कल ही यानि सोमवार को देश के कथित तौर पर सबसे तेज़ चैनल की ऑफिसियल लाइव वेब साइट पर एक उस चैनल पर प्रसारित होने वाली लगभग हर ख़बर के साथ ही एक ख़बर और भी थी। जिसकी हैडिंग हम ज्यों की त्यों आप तक पहुंचा रहे हैं। जो कि इस प्रकार थी, ” कहां होता है महिलाओं का G-स्पॉट? हर दूसरे पुरुष को नहीं पता.. ” दरअसल बी-ग्रेड फिल्म की तरह ये ख़बर, ख़बर नहीं बल्कि एक सवाल है ?
हमारे भारत देश में जहां बहुत एडवांस होने के बावजूद भी महिला, बेटी और बहु के सिर पर पल्लू लिया जाना या उसका शालीनता के साथ रहना, या उसमें दुर्गा या लक्ष्मी के अवतार की अवधारणा के साथ मां और बेटी या बहन की तरह सम्मान करना समाज की पहचान हो। वैसे ये भी सभी का मानना है कि एडवांस होने का कतई मतलब नंगई है भी नहीं !
उसी देश, उसी समाज का कथिततौर पर सबसे तेज़ चैनल या मीडिया हाउस महिला के G-स्पॉट को लेकर ख़बर भी चला रहा हो, और अपने उस सर्वे का भी ज़िक्र कर रहा हो जिसमें उसने लोगों से ये पूछा कि महिला का जी स्पॉट कहां होता है।
यक़ीनन इस कथित सर्वे में महिला के जी स्पॉट कहां होता का सवाल पुरुषों से (जिसने अपनी मां को भी देखा होगा,हो सकता है बहन और बेटी को भी,मगर शायद इस सवाल से पहले कभी इस नज़र से नहीं) भी पूछा गया होगा, युवकों से (जिन्होने अपनी मांता बहन हो भी देखा होगा, मगर शायद इस सवाल से पहले कभी इस नज़र से नहीं ) भी महिलाओं से भी और युवतियों (जो अपने घर में भाई पिता या बेटे को खुद को देखते हुए देखते तो होंगी, मगर शायद इस सवाल से पहले कभी इस नज़र से नहीं) से भी, जाहिल और पढ़े लोगों से भी इस सर्वे में शामिल किये गये होंगे!
इस सर्वे को करने वाली टीम को सलाम, इस सवाल को करने वालों को सलाम, इस सवाल को लिखने वालों को सलाम और इस सवाल को समाज से पूछना है, की अनुमति देने वाली टीम को सलाम, और सलाम उस चैनल को जिसने इस सवाल को लेकर सर्वे भी कराया और उसको लेकर अपने कथित सबसे तेज़ चैनल की लाइव साइट पर प्रकाशित भी कर दिया !
देश को लेकर,समाज को लेकर बेरोज़गारी, शिक्षा, क़ानून व्यवस्था, प्रदूषण या फिर अन्य गंभीर मुद्दों को लेकर इस चैनल की गंभीरता इसी बात से साफ हो जाती है कि उसने महिला का जी स्पॉट होता है को लेकर जनता से सवाल भी किये और उसको प्रकाशित भी कर दिया !
लेकिन इस ख़बर को लेकर कुछ लोग इससे भी अलग सोच रहे हैं। लोगों का मानना है, कि हाल ही में एक पॉर्न स्टार की रात दिन चर्चा करके, उसके घिनौनेपन को लगातार चमक दमक के साथ मीडिया के जबरदस्त कवरेज के दम पर पेश करके, देश भर के सामने स्वीकार करा दिया गया! आज उसका नाम इतना चौंकाने वाला न हो कर अब उसकी नंगई और समाज के सबसे घिनौने कृत्य को महिमामंडन करके लगभग स्वीकार करा दिया गया है! ठीक उसी तरह देश के कथिततौर पर सबसे तेज़ चैनल की वेब साइट पर जिस तरह से महिला के जी स्पॉट को पूछ कर सर्वे कराया गया, और उसे ख़बर बना कर प्रकाशित किया गया, उससे कुछ लोगों को एक गंभीर संकट का अंदेशा हो चला है!
कुछ लोगों का मानना है कि पोर्न इंडस्ट्री का बेतहाशा बजट और उसके प्रचार प्रसार के लिए अरबों का लालच कहीं हमारे समाचार चैनलों या मीडिया माध्यमों को टूल की तरह तो इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं?
क्योंकि भले ही दुनियांभर की तरह हमारे देश में भी कोठों पर बैठी तवायफ कुछ पैसों की ख़ातिर जिस्म भले ही बेच रही है। जो कि हमारे पूरे सिस्टम के लिए बेहद शर्मनाक और बड़ा सवाल है। लेकिन पॉर्न इंडस्ट्री की तरह वो जिस्म को कैसे बेच रही है उसकी वीडियो बनाकर समाज के सामने अभी तक पेश करना इस देश ने स्वीकार नहीं किया है, और इस सबके दौरान कितने घिनौने कृत्य और महिला समाज का कितना अपमान होता है, उसको अभी हमारे समाज और संस्कृति ने स्वीकर नहीं किया है, और शायद कभी करेगा भी नहीं।
लेकिन एक समाचार चैनल जिसको लाइसेंस इसी शर्त पर दिया जाता है कि समाजहित में देश के क़ानून के मुताबिक देश वासियों की भावनाओं के मुताबिक़ शीलीनता के साथ, किसी भी घटित होने वाली घटना को सिर्फ ख़बर के तौर पर दिखाएगा। उसमें बढ़ा चढा कर या उसको घटाकर दिखाने की इजाज़त चैनलों को नहीं है।
लेकिन यहां तो एक ऐसी बात जो समाज में अभी चर्चा भी नहीं होती, न ही उसके होने या न होने से समाज पर कोई प्रभाव पड़ रहा है। उसको परोसकर, उसके लिए बाक़ायद रणनीति बनाकर, सर्वे कराया जाता है, फिर उसको ख़बर बनाकर परोसा गया है। और हां ये कोई पहली बार नहीं है इसी चैनल की वेब साइट के अलावा अन्य कुछ समाचार वैब साइट्स पर जो कुछ परोसा जा रहा है, उसके लिए संस्कृति और कल्चर की बात करने वाले लोगों को नज़र रखने की ज़रूरत है। ताकि आज की आहट के ख़तरनाक परिणाम आने से पहले देश सजग हो सके।
और हां अंत मे एक बात और, महिला का जी स्पॉट कहां होता है, से पहले ये आप इस चैनल पर फोन करके निजी तौर पर जान लें कि ये जी स्पाट होता क्या है। साथ ही बस इतना और कहना है कि हो सकता है कुछ लोग जो इसके समर्थन में तर्क दें, कि ये लोगों के लिए ज़रूरी विषय है। तो ये समझ लें कि आज़ादी के वक़्त जितनी आबादी देश की थी उससे कहीं दोगुनी इस वक़्त जो हुई है उसमें योगदान देने वालों में अधिकतर वही लोग थे, जिनको जी स्पाट का ज्ञान था ही नहीं।
साथ ही जी स्पाट का ज्ञान देने वाले देश की जनता पर एहसान करने से पहले उनकी दूसरी समस्याओं को भी जान लें। नहीं तो अगर सिर्फ टीआरपी ही मक़सद है तो ब्लू फिल्म की सीडी अपने चैनल पर चलाना शुरु कर दें, फिर देखें टीआरपी कहां से कहां जाती है???