आगरा (8 जून 2021)- आगरा के एक अस्पताल में मॉक ड्रिल के दौरान आक्सीजन की कमी से 22 मरीज़ों की कथित मौत की वीडियो वायरल होने से ह़ड़कंप मचा हुआ है। हांलाकि प्रशासन ने मृतकों की संख्या को नकारते हुए मामले की जांच शुरु कर दी है।
मीडिया ख़बरों के मुताबिक़ एक वायरल वीडियों से आगरा के पारस अस्पताल में 22 मरीज़ों की कथित मौत की चर्चा गर्म है। कहा जा रहा है कि यह घटना आगरा के एक अस्पताल पारस में 26 अप्रैल को सुबह सात बजे पांच मिनट के लिए ऑक्सीजन बंद कर मॉकड्रिल किये जाने के दौरान हुई थी। आगरा में होने वाली उस भयावह घटना को बेनक़ाब करने वाले छह मिनट के चार वीडियो वायरल हुए हैं। इन वायरल वीडियोंज़ में कथिततौर पर आगरा के पारस अस्पताल के मालिक अरिंजय जैन किसी अन्य व्यक्ति को बताते नज़र आ रहे हैं कि इस मॉकड्रिल के दौरान 22 मरीजों का दम घुटने लगा था और उनके हाथ-पैर नीले पड़ गए थे। वायरल वीडियो के मुताबिक़ उस समय अस्पताल में 96 मरीज भर्ती थे। उधर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने जांच कराने और सख्त कार्रवाई की बात कही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में चार की मौतें हुईं थीं और मामले की न्यायिक जांच कराई जाएगी। फिलहाल पारस अस्पताल के वायरल वीडियो ने पूरे शहर में खलबली मचा दी है।
बहरहाल आगरा में हुई इस कथित वारदात का वीडियो वायरल होने के बाद कई गंभीर सवाल ख़ड़े हो गये हैं। सबसा बड़ा सवाल यही है कि जिस दौर में पूरे देश में आक्सीजन की कमी के दौरान क्या आगरा के पारस अस्पताल में भी आक्सीजन की कमी के चलते 22 लोगों की मौत हुई थी तो प्रशासन को उस समय क्यों पता नहीं चला और उसने इसके लिए किसको ज़िम्मेदार ठहराया है। साथ ही क्या डॉक्टर कफील पर कठोर कार्यवाई करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार पारस अस्पताल के खिलाफ कब कार्रवाई करेगी। इसके अलावा वायरल वीडियो में कथिततौर पर कई बार कहा गया है कि ऑक्सीजन तो सीएम भी नहीं दिलवा सकते, जबकि पूरा देश जानता है कि उत्तर प्रदेश में सीएम के निर्देश पर खास इंतज़ाम किये गये थे। ऐसे में पुलिस और प्रशासन सरकार और मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा करने वाले लोगों के खिलाफ किस धारा में कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा सबसे बड़ा सवाल है कि 96 मरीजों में जिन 22 मरीजों की आक्सीजन बंद की गई और उनकी मौत हो गई, तो किन वीआईपी मरीजों को बचाने के लिए उनकी आक्सीजन में कटौती की गई थी। हालांकि आगरा प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई शुरु करते हुए मामला दर्ज कर लिया है।