नई दिल्ली (22 जनवरी) – कैंसर से बचाव और उसके इलाज के लिए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शोधकर्ताओं से नए समाधानों के साथ आगे आने को कहा है। उपराष्ट्रपति टाटा मैमोरियल सेंटर मुंबई के स्नातक समारोह में शरीक हुए । इस मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव और कई अन्य विशिष्ट नागरिक मौजूद थे।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि शोधकर्ताओं को प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों का आयुर्वेद की तरह वैकल्पिक समाधान के तौर पर प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें कम लागत वाली देसी प्रणालियों के प्रयोग से कैंसर के उपचार को और किफायती बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैंसर घातक बीमारी के साथ-साथ उपचार के लिहाज से बेहद खर्चीली बीमारी भी है। अगर कैंसर के कारणों और इसकी शुरूआत की पहचान कर ली जाए तो देश में इससे होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है।
उपराष्ट्रपति ने चिकित्सकों और छात्रों से स्वच्छता के प्रति जागरुकता फैलाने का आग्रह करते हुए सरकार, चिकित्सकों और मीडिया को कैंसर से बचाव के उपायों के बारे में जागरुक करने को कहा । उन्होंने कहा कि लोगों को कैंसर के मौजूदा उपचारों के बारे में जानकारी देने की भी आवश्यकता है।उपराष्ट्रपति ने कहा कि लोगों की समय-समय पर जांच से कैंसर के शुरूआती लक्षणों को पहचनाने में मदद मिलेगी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि छात्र स्वस्थ्य जीवन प्रणाली अपनाएं इसके लिए उन्हें योग का अनिवार्य प्रशिक्षण देना चाहिए। योग समग्र प्रणाली है और इस बात के साक्ष्य हैं कि इससे गुणवत्तापूर्ण जीवन और खुशहाली सुनिश्चित होती है।