उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में कोरोनावायरस के चलते लाकडाउन की वजह से लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया इै। कुछ ऐसा ही हाल बनारस का भी है। यहां हर रोज सुबह से ही गुलजार रहने वाले गंगा घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। घाटों के किनारों पर व्यवसाय करने वाले 5 हजार से ज्यादे लोगों का परिवार संकट में आ गया है। इनमें माला फूल, फूड स्टॉल, क्राफ्ट बेचने वाले, खोमचे वाले और कर्मकांड कराने वाले ब्राह्मण भी शामिल हैं।
घाट पर फूल बेचने वाले महेश गुप्ता ने बताया कि घाटों तक कोई आ ही नही रहा है। माला फूल की दुकान 18 तारीख से ही बंद है।परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा।वहीं घाट किनारे कर्मकांड करने वाले गोपल पांडेय ने बताया कि सरकार को हम लोगों के बारे में सोचना चाहिए कि हम किसी से मांग भी नहीं सकते। उधार पर कितना राशन सब्जी मिलेगा। हालात खराब है।
अब तक 2 लोग पाजिटिव पाए गए
जिले में अब तक दो पाजिटिव केस आ चुके हैं। निजामुद्दीन दिल्ली के मरकज से लौटे लोगों की संख्या गुरुवार को 5 से बढ़कर 6 हो गई। गुरुवार शाम को एक व्यक्ति ने खुद फोन कर के कबूला की वो जमात से लौटा है। उसको मेडिकल के लिए दीन दयाल अस्पालत भेज दिया गया है। उसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। इस बीच खुफिया एजेंसियां मान रही है कि और भी लोग शामिल हो सकते है,जिन्हें ट्रैक किया जा रहा है।
अब तक 47455 लोगों की थर्मल स्कैनिंग
डीएम कौशल राज ने बताया कि गुरुवार को 177 लोगों की सूची बनाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भारत के बाहर से आए लोगों की थर्मल स्कैनिंग किया गया। 4 लोगों में सर्दी खांसी का लक्षण पाए जाने से दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। अन्य जनपदों एवं राज्यों से 1569 लोगों को क्वारेंनटाइन गुरुवार को किया गया। अब तक कुछ 13437 लोगों को क्वारैंनटाइन किया गया है। 47455 लोगों की थर्मल स्कैनिंग किया जा चुका है। वर्तमान में कुल 26 मरीज है। जिसमें 2 पाजिटिव है।सुबह मण्डिया राशन की दुकान सभी खुल गयी। पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन किया जा रहा है। राशन की दुकानों पर थोड़ी बढ़ती भीड़ देखी जा सकती हैं।