कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से लोगों के बीच फैलता जा रहा है। इस बीच वाराणसी में गंगापुर क्षेत्र के 55 वर्षीय मृतक कपड़ा व्यवसायी के दो परिजनों का टेस्ट भी मंगलवार शाम को पॉजिटिव आया है। इनमें से
एक मृतक की 52 वर्षीय पत्नी हैं जबकि दूसरा मृतक के पुत्र की 26 वर्षीय पत्नी शामिल हैं। दोनों सास बहू को दीन दयाल उपाध्याय आइसोलेशन सेंटर में भर्ती किया गया है। वाराणसी में अभी तक कुल 324 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 9 लोग पॉजिटिव, 253 निगेटिव पाए गए हैं। इनमें से 2 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबिक 1 की मौत हो गई है। वहीं अभी तक 62 लोगों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में राशन और भोजन बांटने वाले लोगों और संस्थाओं के द्वारा बहुत अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करके सामग्री बांटी जाती है। इसी के साथ सामग्री प्राप्त करने वाले लोगों द्वारा बहुत अधिक भीड़ लगा कर छीना झपटी की जा रही है और इससे कानून व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।यह निर्णय लिया गया कि दिनांक 8 अप्रैल से कोई भी संस्था या व्यक्ति सीधे कोई भी राशन किट या भोजन पैकेट या कोई भी अन्य सामग्री किसी व्यक्ति को नही बांटेगा, न ही इसके लिए किसी मोहल्ले गली या सड़क पर जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि ऐसी संस्थाओं या व्यक्तियों को जो पास जारी हुए थे, वे आज से निरस्त समझे जाएंगे। केवल उनके माल वाहक वाहन के ही पास वैद्य माने जाएंगे। इस व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से अब 2 हेल्प लाइन जारी की जा रहीं हैं। जिस किसी को भी निराश्रित व्यक्ति या ऐसे परिवारो की जानकारी मिले जिसके पास भोजन बनाने के संसाधन न हों वे लोग इस लैंडलाइन नंबर पर सूचना दे सकते हैं। और कोई सूचना इस नम्वर पर नही ली जाएगी।
4 साल के बेटे ने लोगों के बीच राहत सामग्री बांटकरपिता को किया प्रेरित
वहीं कोरोनावायरस के चलते लाकडाउन में जरूरत मंदों के मदद को तमाम लोगों ने हाथ बढ़ाया है। इन्ही में से एक चेतगंज निवासी व्यवसायी अमित चौरसिया भी हैं। 4 साल के बेटे भावेश ने अखबारों ,टीवी में जरूरतमंदों को राहत सामग्री बाटते देख उसने भी अपने पापा से जिद्द किया कि हम लोग भी खाना बाटेंगे।अमित ने बताया कि पिछले 4 दिनों से करीब 200 से 250 लोगों के लिए खाना और पानी बाटा जा रहा था। मुझे मेरे बेटे से प्रेरणा मिली कि संकट की घड़ी में मदद को जरूर आगे आना चाहिए।
नन्हे भावेश ने बताया मैंने अपने हाथों से भी लोगो की मदद की है। पापा को मैंने ही कहा,फोटो में लोग मदद कर रहे है।हम लोगो को भी करना चाहिए। अमित ने बताया कि हालाकि जिला प्रशासन ने बुधवार को आम नागरिकों के खाना बाटने पर रोक लगा दिया है।अब हम लोग जो भी राहत सामग्री बाटनी होगी वी पुलिस को ही दे दिया जाएगा।मुझे खुशी है कि मेरा बेटा इस उम्र में लोगो के मर्म को समझ रहा है।