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15 जिलों के 100 से ज्यादा इलाके आज रात से पूरी तरह सील होंगे; एक साल तक विधायकों के वेतन में 30 फीसदी की कटौती, विधायक निधि भी खत्म



उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। संक्रमण से निपटने के लिए संसाधन जुटाने के विधायकों की निधि एक साल तक के लिए रोक दी गई है। उनके वेतन की भी 30 फीसदी कटौती की गई है।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक,बुधवार सुबहमेरठ में दो और आगरा में दो संक्रमित मिले।इसके साथप्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 343 तक पहुंच गई है। उधर, सरकार नेआज रात 12 बजे से 13 अप्रैल तक कोरोना प्रभावित15 जिलों के 100 से ज्यादा इलाकोंको पूरी तरह से सील करने का फैसला किया है। इनमेंलखनऊ के 11, आगरा के 22, गाजियाबाद के 13, गौतमबुद्धनगर के 12,वाराणसी के 4, शामली के 4, मेरठ के 7,बुलंदशहर के 3,सीतापुर का 1, बस्ती के 3 और सहारनपुर के 4 इलाके शामिल हैं। 13 अप्रैल को समीक्षा के बाद आगे का फैसला लिया जाएगा।इन जिलों में अब लोगों को घरों से निकलने की इजाजत नहीं होगी। सिर्फ मीडिया, मेडिकल और पुलिसकर्मियों को ही घर से निकलने की इजाजत होगी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई यूपी कैबिनेट की बैठक

महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार के बाद योगी सरकार ने भी एक साल के लिए विधायकों के वेतन में 30 फीसदी कटौती व एक साल के लिए विधायकनिधि खत्म करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए कैबिनेट की बैठक की। इस दौरान विधायक निधि व वेतन में कटौती के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। 2020-21 की विधायक निधि का इस्तेमाल कोरोना से लड़ने के लिए जांच किट, दवा, इलाज व अस्पतालों में संसाधन बढ़ाने परकिया जाएगा।

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि प्रदेश में 56 मंत्री है। इनके वेतन और भत्ते का 30 फीसदी रकम 2 करोड़ 21 लाख 76 हजार रुपए बनता है। प्रदेश में 503 विधायक और विधान परिषद के सदस्य हैं। इनके वेतन का 30 फीसदी कटौती कर 15 करोड़ 28 लाख 74 हजार रुपए कोविड केयर फंड में जमा किया जाएगा। कुल मिलकार 17 करोड़ 50 लाख 50 हजार रुपए कोविड केयर फंड में एक साल तक जमा होगा। इसे चिकित्सीय सुविधाओं को मजबूत करने के लिए खर्च किया जाएगा।

कोरोना अपडेट्स

  • आगरा में बुधवार को 76 साल की महिला की मौत हो गई। महिला का इलाज एसएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। उनका पोता 15 मार्च को नीदरलैंड से लौटा था। इसके बाद वह 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन रहा। स्क्रीनिंग हुई तो उसमें संक्रमण नहीं मिला। यह राज्य में कोरोना से चौथी मौत है। इससे पहले बस्ती, मेरठ और वाराणसी में तीन संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
  • सीतापुर के जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना पॉजिटिव एक मरीज ने मंगलवार रात बिरयानी नहीं मिलने पर हंगामा किया। उसने दवा खाने से भी इनकार कर दिया। हालात बिगड़ते देख स्वास्थ्यकर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कार्रवाई की धमकी देकर उसे शांत कराया।
  • गोंडा जिले में लॉकडाउन के बीच आशा वर्कर के साथ छेड़खानी और गाली-गलौच करने का मामला सामने आया है। मामला परसपुर थाना क्षेत्र के भौरीगंज का है। आरोप है कि आशा वर्कर यहां बाहर से आए लोगों का सर्वे करने पहुंची थी।

सबसे ज्यादा संक्रमित आगरा में

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित आगरा में हैं। यहां 64लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा नोएडा में 58, लखनऊ में 24, गाजियाबाद में 23, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर में 8, पीलीभीत में 2, मुरादाबाद में 1, वाराणसी में 7, शामली में 17, जौनपुर में 3, बागपत में 2, मेरठ में 34, बरेली में 6, बुलन्दशहर में 5, बस्ती में 8, हापुड़ में 3, गाजीपुर में 5, आज़मगढ़ में 4, फिरोजाबाद में 7, हरदोई में 1, प्रतापगढ़ में 3, सहारनपुर में 13 व शाहजहांपुर में 1, बांदा में 2, महराजगंज में 6, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 2, रायबरेली में 2, औरैया में 1, बाराबंकी में 1, कौशाम्बी में 1, बिजनौर में 1, सीतापुर में 8, प्रयागराज में 1, मथुरा में 2 और बदायूं में 1 मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव है।

नोएडा में 200 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया

नोएडा के सेक्टर 8 और सेक्टर 5 में रहने वाले तकरीबन 200 लोगों को क्वारैंटाइनकिया गया है। ये लोग सेक्टर 8 और सेक्टर 5 में रहने वाले 30 परिवारों सेहैं। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से किसी में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। सभी लोगों को एहतियात के तौर पर क्वारैंटाइन किया गया है।

नोएडा के सेक्टर आठ और पांच में लगभग 200 लोगों को क्वारैंटाइन सेंटर में भेजा गया है। आशंका है कि ये लोग जमातियों के सम्पर्क में आए हैं। संदिग्ध होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनको क्वारैंटाइन कराया है।
नोएडा के सेक्टर आठ और पांच में लगभग 200 लोगों को क्वारैंटाइन सेंटर में भेजा गया।

मथुरा:गंगा के बाद अब मथुरा में यमुना में प्रदूषण कम हुआ

लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों में कैद हैं। कुछ दिन पहले वाराणसी में विशेषज्ञों ने दावा किया था कि भीड़ बाहर न निकलने की वजह से गंगा के जल में 40 से 50 फीसदी प्रदूषण कम हुआ है। ठीक ऐसा ही कुछ मथुरा में देखने को मिल रहा है। यहां भी यमुना का पानी साफ हुआहै। लोगों का कहना है- लॉकडाउन की वजह से सारे उद्योग और फैक्ट्रियांबंद हैं, जिसकी वजह से ऐसा हुआ है।

वाराण में जिस तरह से गंगा में प्रदूषण कम होने की बात सामने आयी थी उसी तरह लॉकडाउन की वजह से मथुरा में भी यमुना के पानी में प्रदूषण घटने का दावा किया गया है।
वाराणसी में जिस तरह से गंगा में प्रदूषण कम हुआ उसी तरह लॉकडाउन में मथुरा में भी यमुना से भी प्रदूषण घटने का दावा किया गया है।

फिरोजाबाद में 27 जमातियोंके खिलाफ केस दर्जकिया गया

फिरोजाबाद में अस्पताल में27 तब्लीगी जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन परथूकने का आरोप था। सभी जमातियों कोचार अप्रैल को फिरोजाबादमें भर्ती किया गया था।

फिरोजाबाद में अस्पताल में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। पुलिस ने यहां 27 जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
फिरोजाबाद में अस्पताल में गंदगी फैलाने वाले 27 जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

पुलिसकर्मियों को 50 लाख का इंश्योरेंस

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह और सूचना) अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों को ₹50 लाख का इंश्योरेंस दिए जाने के आदेश दिए हैं। इससे पहले पंजाब सरकार भी पुलिसकर्मी और सफाई कर्मचारियों को 50 लाख का अतिरिक्त हेल्थ इंश्योरेंस देने का ऐलान कर चुकी है।

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नोएडा में बुधवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने दवा का छिड़काव किया। शहर में अब तक 58 मामले सामने आ चुके हैं।

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आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more

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