उत्तर प्रदेश के कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक पर तहसीलदार अरविंद कुमार ने पिटाई का आरोप लगाया है। आरोप है कि, सांसद और उनके साथ 30-35 भाजपा कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार के आवास में घुसकर मारपीट की। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा और पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने घटनास्थल पहुंचकर जानकारी जुटाई है। लेकिन मामला सांसद से जुड़ा होने के कारण चुप्पी साध रखी है। हालांकि, सांसद ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बुबिनयाद बताया है। वहीं, एसडीएम ने कहा- हमलावरों को तहसीलदार जरूर पहचानते होंगे, नामजद एफआईआर होगी।
तहसीलदार ने घटना से पहले धमकाने की दी थी अफसरों को सूचना
सदर तहसीलदार अरिवंद कुमार का कहना है- सांसद का फोन आया था, उन्होंने कहा कि, एक सूची भेजी थी उसमें राशन वितरण नहीं हुआ है। मैंने कहा- वो सूची नायब तहसीलदार को दी थी। वे सभी लोगों को चिन्हित करके राशन वितरण करा देंगे। इस पर सांसद ने कहा कि किसी व्यक्ति को राशन नहीं दिया गया तो मैंने कहा- नायब तहसीलदार ने सभी को राशन वितरित करा दिया है। दस मिनट में जानकारी दे रहा हूं कि, कितने लोगों को राशन दिया गया है। इतना सुनते ही सांसद गाली देने लगे। जिसका विरोध किया तो उन्होंने कहा- अभी मैं आ रहा हूं।
इस बात की जानकारी मैंने डीएम-एसडीएम को दी। एसडीएम ने सुझाव दिया था आप आवास पर चले जाइए। तहसीदार ने बताया कि थोड़ी देर बाद आवास पर 30 से 35 लोग आ गए। सांसद दरवाजा पीटने लगे। आवास में बच्ची और पत्नी रोने लगीं तो मैं डर गया। परिजनों के साथ कोई अनहोनी न हो, इसलिए दरवाजा खोलकर बाहर आ गया तो वहीं सांसद मेरी कुर्सी पर बैठे थे। सांसद ने पूछा कि, तुमने मेरी सूची से वितरण क्यों नहीं किया? मैंने कहा- वितरण नायब तहसीलदार करा रहे हैं। उन्होंने मोबाइल हाथ से छीन लिया और मुझे थप्पड़ से पीटने लगे। उनके समर्थकों ने भी पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद तहसीलदार ने कार्यालय भागकर अपनी जान बचाई।
एसडीएम बोले- हमलावरों के खिलाफ होगी एफआईआर
एसडीएम शैलेश कुमार ने कहा- मुझे फोन से तहसीलदार द्वारा यह सूचना दी गईथी कि जो यहां के क्षेत्रीय सांसद ने फोन पर धमकी दी है। सांसद ने आरोप लगाया था- उनके द्वारा दी गई लिस्ट के हिसाब से राशन का वितरण नहीं किया गया है। हमलावार कौन लोग थे? उन्हें तहसीलदार पहचानते होंगे तो उनके विरूद्ध नामजद एफआईआर दर्ज करायी जाएगी।