कोरोनावायरस (कोविड-19) जैसी महामारी पर जीत हासिल करने के लिए संपूर्ण भारत में 21 दिनों का 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद से अधिकांश जिलों में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया था। ऐसी स्थिति तमाम लोग बेरोजगार हो गए तो घरों से बाहर न निकल पाने के चलते गरीबों के सामने खाद्यान्न संकट खड़ा हो गया। इस संकट से उबरने के लिए राज्य सरकार ने ‘कोविड केयर फंड’ लांच किया है।
साथ ही लोगों की आर्थिक मदद के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाज कल्याण विभाग की पेंशन योजना के तहत 87 लाख से अधिक बुजुर्ग, निराश्रित, दिव्यांग व कुष्ठ रोगियों को पेंशन उनके खाते में हस्तांतरित की है। योगी ने कहा- जैसे हम सभी ने इंसेफेलाइटिस को हराया है, ठीक उसी तरह हम कोरोनावायरस के खिलाफ विजयी होंगे। इस दौरान सीएम योगी ने कुछ पेंशन लाभार्थियों से बातचीत भी की और उनसे सरकारी लाभों पर उनकी प्रतिक्रिया ली।
सीएम योगी ने शुक्रवार को 87,71,781 लाभार्थियों को 871.48 करोड़ रुपए ऑनलाइन हस्तांतरित किए हैं। इन लाभार्थियों में से 49,87,054 को 498.71 करोड़ रुपए की वृद्धावस्था पेंशन, 26,06, 213 निराश्रित महिलाओं को 260.63 करोड़ रुपए, 106.78 करोड़ की 10,67 786 दिव्यांग और 5.38 करोड़ रुपये की 102828 कुष्ठ रोगियों को पेंशन दी गई। इस अवसर पर, राज्य के प्राथमिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा योगदान के लिए 76,14,55,000 रुपए का चेक सौंपा, जो सरकार द्वारा स्थापित कोविड केयर फंड के लिए पहला योगदान था।