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up live murder tafteesh: गोली या गाली बनी मौत की वजह!

up live murder tafteesh: गोली नहीं गाली बनी मौत की वजह-संभल डबल मर्डर!
up live murder tafteesh: गोली नहीं गाली बनी मौत की वजह-संभल डबल मर्डर!

गोली या गाली बनी मौत की वजह-संभल डबल मर्डर!
अपराध जगत का काला काननू कहता है कि यूं तो किसी भी हत्या के पीछे कई जर, जन या जमीन ही कारण होते हैं लेकिन इसमे आज आप एक जैड या ज का इजाफा कर लें यानि जुबान…। लेकिन अगर अपराध जगत की इस थ्योरी को बारीकी से समझें तो मेनली हत्या के कारणों में एक तो इंस्टेंट प्रोवेकेशन और दूसरा सबसे बड़ा कारण डर यानि अगर मैनें इसको नहीं मारा तो ये मुझे मार डालेगा ही होता है। इसके अलावा हथियार रखने की भी दो वजहें खास होती हैं। एक तो समाज में और अपने आसपास अपना दबदबा और दिखावा और दूसरा सबसे बड़ा कारण सुरक्षा यानि यह डर कि कहीं कोई मुझे न मार डाले ही होता है।
अब बात करते हैं संभल में हुए डबल मर्डर कांड की। इस कांड के बारे में जो वीडियो वायरल हो रहा है जिसको समाजवादी पार्टी के लोगों ने भी शेयर किया है, और खुद संभल पुलिस के संज्ञान में भी यह बात है, सबसे पहले उस वीडियो को एक बार फिर आपको दिखाते हैं।
इस वीडियो को देखकर आप सहज ही समझ सकते हैं कि मामला सड़क पर मिट्टी डालने का है जो या तो किसी के खेत से उठाई जा रही है या किसी के खेत में भी डाली जा रही है। यानि विवाद भूमि या नाक का था जो दो लोगों की मौत की वजह बन गया। लेकिन वीडियो को देखकर आप समझ सकते हैं कि भले ही शुरु में निह्त्थी भीड़ के बीच सिर्फ दो लोगों के हाथों में राइफल थीं।यही इन दोनों राइफल धारी लोगों की सबसे बड़ी गलती है कि वो एक मामूली विवाद के बीच घातक हथियार लेकर वहां पहुंचे। हांलाकि दोनों की हथियारों का लाइसेसं लिया ही इसलिए गया होगा कि या तो इलाके में दबदबा रहे या अपनी सुरक्षा। घटनास्थल की वीडियो देखने से साफ हो रहा है कि राइफल वाले पक्ष को दूसरा पक्ष बार बार ललकराता जरूर है लेकिन राइफल वाले दोनों लोग संयम से काम लेते हुए वापस लौटते रहे। आखिरकार राइफलधीर यही दोनों शख्स वहां मौजूद लोगों के समझाने के बाद वापस जाने लगे थे। लेकिन इसी भीड़ में शायद कुछ लोग ऐसे भी थे जो देखने में हमदर्द तो दोनों के ही थे लेकिन शायद ये नहीं चाहते थे मामला आसानी से निबट जाए। जब राइफल धारी दोनों आरोपी दूर निकल जाते हैं तो दूसरा पक्ष पीछे पीछे जाकर ललकारता भी है अभद्र भाषा भी बोलता है लेकिन इसी बीच एक और आवाज आती जो इतनी जोर से होती है कि दूर जा चुके दोनों लोग सुन सकें। वो कहता है कि गाली क्यों दे रहे हो..जिसके बाद दोनो लोग पलटते हैं….और एक बार दोनो पक्षों का आमना सामना हो जाता है। और एक बार फिर वही लमहा आ जाता है जो हर अपराध का सबसे घातक और निर्णायक लमहा होता है। यानि दोनों पक्ष आमने सामने आना और किसी भी पीछे न हटना और ऐसे समय में जिसने पहले वार कर दिया वही विजयी। नतीजा आनन फानन में दो फायरों की आवाज के बीच दर्दनाक कराह के साथ दो जीवन हमेशा के लिए समाप्त हो गये..!लेकिन इस सबके बीच सबसे बड़ी बात यही सामने आई कि दो पक्षो के विवाद में हमेशा जो फैसला दोनों लोगो बैठकर आपस में कर लेते है वही सबसे बेहतर होता है और भीड़ में मौजूद बीच कुछ तमाशाई और सच्चे हमदर्दो जो बीच कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो बीच बचाव के नाम पर पैट्रोल से आग को बुझाने की भरपूर कोशिश करते हैं। इतिहास गवाह है जिसने वारदात के समय या तो पुलिस या कोई समझदार इंसान बीच बचाव करके घटना को टाल दे या जिसने उस समय का सबसे क्रूशियल या सबसे घातक लम्हा समझदारी से गुजार दिया उसने एक बड़ी वारदात को रोककर कई जिंदगियो को बचाया है। #uplivemurder #livemurder #livemurderinup #livemurder_in_sambhal #livemurder_in_up #tafteesh #tafteesh_azadkhalid #azadkhalid

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आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more

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