कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए घोषित लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में बाघ के हमले बढ़ गए हैं। गुरुवार रात टाइगर रिजर्व की माला रेंज के जंगल से निकलकर बाघ ने एक किसान व उसके नौकर को अपना निवाला बना लिया। दोनों के क्षतविक्षत शव शुक्रवार सुबह गेहूं के खेत में पड़े मिले। बाघ ने शरीर से सिर को धड़ से अलग कर दिया था। शवों को उठाने के लोग खेत में पहुंचे तो बाघ फिर निकल आया। इससे भगदड़ मच गई। बाघ अभी भी शव के आसपास खेतों में छिपा है। वन विभाग बाघ की घेराबंदी के लिए कॉबिंग कर रही है। यहां बीते 10 दिनों में बाघ ने चार लोगों का अपना शिकार बनाया है।
खेत की रखवाली करने गए थे दोनों
यह घटना थाना गजरौला क्षेत्र के माला रेंज रिछोला की है।रिछौला गांव निवासी निंदर सिंह और इसी क्षेत्र के गांव ढेरम मड़रिया निवासी छोटेलाल गुरुवार रात जंगल से सटे खेत में फसल की रखवाली करने गए थे। यहां बने फूस के मकान में दोनों सो रहे थे। तभी बाघ ने उन पर हमला कर दिया। बाघ निंदर व छोटेलाल को हमला करने के बाद खेत में खींच ले गया। शुक्रवार सुबह जब दोनों घर नहीं लौटे तो परिवार वालों को चिंता हुई। परिवार वालों ने खोजबीन की तो लहूलुहान हालत में दोनों के शव मिले। ग्रामीणों ने शवों को उठाना चाहा तो बाघ फिर से निकल आया। यह देख ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग की टीम के साथ पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
दो हाथी मंगाए, फिर भी ट्रेस नहीं हो रही लोकेशन
बाघ के बढ़ते हमलों को देखते हुए वन विभाग ने दुधवा टाइगर रिजर्व से दो हाथी मंगाए हैं। लेकिन बाघ की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। वहीं, ग्रामीणों में दहशत है। लोगों का आरोप है कि, आए दिन बाघ गांव के बाहर खेतों में दिखाई देता है। इसकी सूचना देने के बावजूद वन विभाग समय पर कार्रवाई नहीं करता है।
जल्द पकड़ा जाएगा बाघ
वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल ने बताया कि, बाघ ने दो लोगों पर हमलाकर उन्हें मार दिया है। आर्थिक सहायता दी जाएगी। बाघ को पकड़ने के लिए वनकर्मी लगातार कॉबिंग कर रहे हैं। पकड़े जाने पर बाघ को अन्य जगह भेजा जाएगा।