गाजियाबाद के अबकानपुर में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों द्वारा डॉक्टरों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है। गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के क्वारैंटाइन वार्ड में जमातियों ने मेडिकल व पैरामेडिकल स्टॉफ का सहयोग न करते हुए उनके साथ बदसलूकी की है। थूक-थूककर गंदगी कर दी है। कॉलेज की प्राचार्या डॉ. आरती लाल चंद्दानी ने इस मामले पर नाराजगी जाहिर की है।
कॉलेज प्राचार्या का आरोप- वार्ड का माहौल खराब किया
मेडिकल कॉलेज की प्रचार्य डॉ. आरती लाल चंद्दानी ने बताया कि, दिल्ली निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज में हुई जमात में शामिल 22 लोग हमारे यहां आए थे। डॉक्टरों की टीम के साथ वार्ड ब्वाय, नर्स, टेक्निशियन सभी पूरे सुरक्षा किट के साथ मरीजों की सेवा कर रहे थे। लेकिन जमात के लोग डॉक्टारों से बदसलूकी कर रहे हैं। इतना ही नहीं उनके साथ बात-बात पर बहस कर माहौल खराब करने का काम कर रहे है। इसके साथ ही क्वारैंटाइन वार्ड में थूक-थूककर गंदगी फैला रहे हैं।
डॉक्टरों को भला बुरा कह रहे
उन्होंने कहा- डॉक्टर कठिन परिस्थितियों में मरीजों की सेवा कर रहे हैं। यह बहुत ही कठिन काम होता है। सुरक्षा सूट 6 घंटे से ज्यादा पहना नहीं जाता है। इसके बाद भी यह रोटेशन से ड्यूटी करते हैं। एक अलग कमरे में रहना पड़ता है वो अपने परिवारों से भी नहीं मिल पाते हैं और 21 दिन बाद इनकी ड्यूटी बदलती है। जिनकी सेवा में हमारे डॉक्टर लगे थे, उन्होने अच्छा बर्ताव नहीं किया है। इससे बहुत दुख हुआ है। उन्होने थूक-थूक कर गंदगी की। किसी की बात नहीं मान रहे थे। आपस में इकट्ठा हो रहे थे। इसके साथ ही डॉक्टरों को बुरा भला कह रहे थे।
इससे पहले गाजियाबाद में जमातियों ने की थी बदसलूकी
एमएमजी असपताल में छह जमातियों को क्वारैंटाइन किया गया था। जमातियों ने अस्पताल के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की और नर्सों के सामने ही कपड़े उतार दिए। अश्लील इशारे किए जाने का भी आरोप हैं। इसके बाद वहां से हटाकर जमातियों को राज कुमार गोयल इंस्टीटयूट में क्वारैंटाइन किया गया। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविंद्र राणा ने इस बाबत एसएसपी कलानिधि नैथानी से शिकायत की थी। अब योगी सरकार ने निर्णय लिया है कि, तब्लीगी जमात के लोगों के इलाज में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और महिला पुलिसकर्मियों को तैनात नहीं किया जाएगा।
गाजियाबाद की घटना पर सीएम नाराज
गाजियाबाद में एमएमजी अस्पताल में जमातियों द्वारा पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ गलत व्यवहार के मामले में योगी सरकार ने सख्ती दिखाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- ये ना कानून को मानेंगे, न व्यवस्था को मानेंगे, ये मानवता के दुश्मन हैं। इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ जो किया है, वह जघन्य अपराध है। इन पर रासुका (एनएसए) लगाया जा रहा है। हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं।