
फ्लोरिडा (15 फरवरी 2018)- अमेरिकी शहर फ्लोरिडा से दिल दहला देने वाली ख़बर आ रही है। यहां एक स्कूल में एक छात्र ने अंधाधुंध फायरिंग करके 17 लोगों को मौत की नींद सुला दिया है, जबकि दर्जनों घायल हैं। लेकिन चूंकि पकड़े गये आरोपी का नाम निकोलस क्रूज बताया जा रहा है इस लिए फिलहाल तेज़ तर्रार और बेहद समझदार मीडिया इस हमले को आतंकी हमला कहने से परहेज़ कर रहा है।
फ्लोरिडा के एक स्कूल में हुई गोलीबारी, उसमें मारे गये 17 लोगों और दर्जनों घायल होने के इस मामले में यहां की पार्कलैंड पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मीडिया में आ रही ख़बरों के मुताबिक़ फ्लोरिडा के स्कूल हुए शूटऑउट के आरोप में पकड़ा गया आरोपी लगभग 20 साल का निकोलस क्रूज़ बताया जा रहा है। ख़बर ये भी है कि आरोपी इसी स्कूल का पूर्व छात्र है और उसके ख़िलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी। शायद इसी से वो नाराज़ था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मरने वाले लोगों के परिजनों से बाका़यदा ट्विटर पर अफसोस का इज़हार किया है। हम आपको याद दिला दें कि अमेरिका में ही बुधवार को नेशनल सिक्यूरिटी एजेंसी यानि एनएसए के हेडक्वार्टर के पास भी गोलीबारी की वारदात की ख़बर थी। इस मामले की भी फिलहाल जांच जारी है।
दुनियां भर को ख़ासतौर से मुस्लिमों और ग़रीब देशों को रातों आतंकी घोषित करना और उनको सज़ा देने का शौक़ीन अमेरिका भले ही कभी अपने गिरेबान न झांक पाता हो, लेकिन स्कूल द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई से नाराज़ एक छात्र द्वारा अंजाम दी गई आंतकी वारदात के बाद इतना तो साफ हो ही गया है कि दुनियां को राह दिखाने वाले अमेरिका को भी अपना मंथन करने की ज़रूरत है।