संतकबीरनगर/मुजफ्फरनगर. कोरोनावायरस महामारी को रोकने के लिए जहां नेता-अभिनेता व बड़े व्यापारी प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दे रहे हैं, वहीं अब दिशा में आम लोगों के कदम भी बढ़ने लगे हैं। रविवार को संतकबीरनगर में एक मुस्लिम युवती ने अपनी पढ़ाई के लिए रखे 10 हजार रुपए आपदा राहत कोष में जमा किए। इसी तरह मुजफ्फरनगर में आठ वर्षीय अर्निका ने भी डीएम कार्यालय पहुंचकर अपनी गुल्लक में जमा किए
छात्रा ने पढ़ाई के लिए रखे रुपए दान किए
संतकबीरनगर शहर की रहने वाली अज्जू खान बीए की छात्रा है। उसने अपने जेब खर्च से जुटाकर 10 हजार रुपए इकट्ठा किया था। उसने सोचा था कि, ये पैसे उसके आगे की पढ़ाई में काम आएंगे। कोरोना को रोकने के लिए संपूर्ण भारत में लॉकडाउन है। ऐसे में तमाम मजदूर रोजी-रोटी के संकट में पलायन कर रहे हैं। इन सभी का दर्द महसूस कर छात्रा अज्जू शनिवार को डीएम कार्यालय पहुंची। जहां उसने आपदा कोष में रुपए जमा करने के लिए एडीएम संजय कुमार पांडेय को रुपए सौंपे हैं। एडीएम संजय कुमार पांडेय ने कहा- छात्रा का प्रयास सराहनीय है। तमाम समाजसेवी भी आपदा राहत कोष में आर्थिक मदद कर रहे हैं।
वैक्सीन बने, इसलिए 8 साल की बच्ची ने तोड़ा गुल्लक
वहीं, मुजफ्फरनगर की रहने वाली आठ वर्षीय अर्निका रविवार को डीएम कार्यालय पहुंची। उसने अपने गुल्लक में 3 साल से पैसे जमा किए थे। सुबह उसने गुल्लक तोड़ दिया। उसमें से 11 सौ रुपए निकले। इसके बाद उसने डीएम कार्यालय पहुंचकर इस राशि को आपदा राहत कोष में जमा कर दिया। अर्निका का कहना है कि, हमारे देश में बहुत भयानक कोरोना बीमारी फैली हुई है, इसलिए मैंने गुल्लक में जमा किए गए पैसे प्रधान मंत्री राहत कोष में जमा करा रही हूं, ताकि कोरोना वायरस वैक्सीन बनाई जा सके।