
लखनऊ (23 जनवरी 2018)- समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि बीजेपी की सरकारें लोकतंत्र के लिए ख़तरा है। पार्टी मुख्यालय पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित सभा में बोलते हुए अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। नेता जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस के त्याग और बलिदान से भारत की आजादी का सपना पूरा हुआ है। उनकी आजाद हिंद फौज में जाति-धर्म, नस्ल का कोई भेदभाव नहीं था। अखिलेश ने कहा कि आपसी भाईचारा और सद्भाव के बिना देश सबल नहीं बन सकता है। उन्होने कहा कि आज नेताजी के विचारों के प्रति खतरा पैदा किया जा रहा है, जबकि समाजवादी पार्टी उनके रास्ते पर चलने वाली पार्टी है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा उस रास्ते पर चल ही नहीं सकती है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुमनामी बाबा की सच्चाई सामने लाए जाने की मांग की और इसमें अंतर्राष्ट्रीय राजनीति होने का भी अंदेशा जताया। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन में सांप्रदायिकता का रंग नहीं था। अब तो ध्यान हटाने की राजनीति का दौर है। यह लोकतंत्र के लिए स्वस्थ स्थिति नहीं है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकारें लोकतंत्र के लिए खतरा बनती जा रही है। बीजेपी की राजनीति सिर्फ बूथ प्रबंधन की हैं। लोकतंत्र बिना जागरूकता के नहीं बचाया जा सकता है। देश प्रगति करे इसके लिए बुनियादी ढांचा विकसित होना चाहिए। विकास इसकी प्राथमिकता में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आर्थिक और सामाजिक विषमता दूर करने के लिए जनसंख्या के आधार पर नागरिकों को न्याय मिलना चाहिए। इससे विकास की योजनाएं बनाने में भी मदद मिलेगी।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी राज में किसानों की सबसे ज्यादा दुर्दशा है। उसे उसकी फसल का लागत मूल्य तक नहीं मिल पा रहा है। आय दुगनी होने की बात तो दिन में सपने देखनें जैसी बात है। कृषि देश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार है। नोटबंदी के बाद तत्कालीन रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा था कि अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए बुनियादी ढांचा विकसित हुए बगैर न तरक्की हो सकती है और नहीं युवाओं को रोजगार मिल सकता है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकारें केंद्र में हों या राज्य में जनहित के काम अंजाम देने में पूरी तरह नाकाम रही हैं। उन्होने कहा कि सन् 2019 में लोकसभा और 2022 में विधानसभा के चुनाव होंगे। इन्हीं को लक्ष्य में रखकर समाजवादी पार्टी बीजेपी से मुकाबले की तैयारी कर रही है। इस मौके पर बलराम सिंह यादव, नरेश उत्तम पटेल, मनोज पाण्डेय, एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह, उदयवीर सिंह, रामआसरे विश्वकर्मा, गज़ाला लारी, जयप्रकाश अंचल, अताउर्रहमान, डॉ. आर ए उस्मानी, विश्वनाथ सिंह आदि भी मौजूद रहे।