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कैसे लगेगी घोटालों पर लगाम-फाइलों की सुरक्षा करने में नाकाम उत्तर प्रदेश की बहादुर पुलिस

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नोएडा (19 नवंबर 2019)- मुंह से ठांय ठांय करके बदमाशों से मुठभेड़ करना और बगैर घोड़े के ही पुलिस के जवानों की घुड़दौड़ कराने की चर्चा वाली उत्तर प्रदेश की बहादुर पुलिस एक बार फिर चर्चा में है। हालांकि इसी मामले यानि होमगार्ड्स की सैलरी और तैनाती के मामले मे उसकी चर्चा पहले ही हो रही थी। लेकिन इस बार इस बड़े घोटाले से जुड़ी फाइलों के जलकर खाक होने की ख़बरों से चर्चा बन गई है।
दरअसल ख़बर आ रही है कि उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में होमगार्ड की सैलरी और तैनाती से जुड़े घोटाले की फाइलों के जलकर ख़ाक होने की खबरें आ रही है। ख़बर ये भी है कि फाइलों के आग में जलकर खाक होने की चर्चा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जवाब तलब किया है। उन्होंने आग लगने की इस घटना की जांच कराने को कहा है।
इस बारे में हमारे द्वारा भी नोएडा के एसएसपी से टेलीफोन पर किसी अपडेट या किसी के ख़िलाफ लिखी गई एफआईआर के बारे में जानकारी मांगी गई है। हांलाकि अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया है।
हांलाकि फिलहाल ख़बर ये भी है कि इस मामले में जनपद गौतमबुद्धनगर में सूरजपुर ग्रेटर नोएडा के होमगार्ड कार्यालय में आग लगने के मामले इंस्पेक्टर सूरजपुर जितेंद्र सिंह की तरफ से एक एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही इस मामले में तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है।
आपको बता दें कि फर्जी दस्तानेज़ और मस्टररोल के आधार पर जनपद गौतमबुद्धनगर में होमगार्डों की सैलरी में हुए घोटाले की जांच के दौरान सूरजपुर के जिला होमगार्ड कार्यालय में रखे एक बॉक्स में सोमवार की रात आग लग गई थी। बताया जा रहा है कि आग में तमाम दस्तावेज नष्ट हो गये हैं।
आपको ये भी याद दिला दें कि इस मामले में एक होमगार्ड द्वारा गौतमबुद्धनगर के एस.एस.पी वैभव कृष्ण से फर्जी दस्तावेज के दम पर होमगार्ड्स की डयूटी का फर्जी मस्टररोल बनाने और उसके आधार पर सैलरी भुगतान की शिकायत की गई थी। जिसके बाद मामले की जांच शुरु हुई थी।
जांच के दौरान तकरीबन आधे से भी अधिक डयूटी फर्जी पकड़ी गईं थी। मामले की गंभीरता देखते हुए इसकी जांच के लिए शासन ने एक कमेटी गठित की थी। उसी आधार पर मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई थी। लेकिन अब रिकार्ड्स और सबूतों को ही जलाए जाने की ख़बरों से इतना साफ हो ही गया है कि घोटालों के ख़िलाफ सख्त माने जाने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ की राहें बहुत आसान नहीं है। साथ ही एसएसपी वैभव कृष्ण जो अपनी सख्त और स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते हैं उनके लिए भी ये मामला चुनौती से कम नहीं।

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आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more

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