
गाजियावाद ( 9 दिसंबर 2019)- बेघर बेसहारा और मुसाफिरों की सुविधा के लिए सरकार ने शैल्टर होम्स बनाए, ताकि सर्दी गर्मी या बरसात के मौसम की मार से बचने के लिए एक छत तो मौजूद हो। लेकिन गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार ने जब कुछ शैल्टर होम्स का निरीक्षण किया तो कुछ ऐसा भी देखने को मिला जिसके लिए शायद सरकार ने सोचा था।
गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह अपनी आदत के मुताबिक़ अचानक बिना बताए कहीं धमकते हैं। और रविवार की देर रात भी उन्होने संदिग्धों की तलाश में महानगर में नगर निगम द्वारा संचालित किए जा रहे शेल्टर होम्स यानि आश्रय स्थलों का अचानक ही निरीक्षण कर डाला। लेकिन इस दौरान उन्होंने शेल्टर होम में कुछ लोग संदिग्ध ङी देखे, जो थे तो आसपास के ही रहने वाले लेकिन उनका यहां होना कई सवाल खड़े कर रहा है।
हांलाकि अब इनके बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। इस बारे में एसएसपी ने बताया कि वे खुद ही एसपी सिटी मनीष कुमार मिश्रा के साथ पुराना बस अड्डा स्थित शेल्टर होम और नासिरपुर फाटक पर मौजूद शेल्टर होम में पहुंचे। यहां पहुंचवे पर शैल्टर होम्स का निरीक्षण किया तो पाया कि कुछ लोग ऐसे भी थे जो जो आसपास के रहने वाले लोग थे । उन्होंने बताया कि पुराने बस अड्डे के पास शेल्टर होम में कुछ लोग ऐसे मिले जिनके आवास आसपास है, लेकिन वह शेल्टर होम में रह रहे थे । उनसे पूछताछ कि गई कि उनके आवास आसपास होने के बावजूद वे शेल्टर होम्स में क्यों रह रहे थे कहीं वे आपराधिक तत्व तो नहीं हैं। उनमें आधार कार्ड व अन्य कागजात लेकर जांच की जा रही है। एसएसपी के निरीक्षण का मकसद यह था कि कहीं आपराधिक तत्व तो इस शेल्टर होम्स में नहीं रह रहे हैं।