उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में इंडोनेशिया के सात नागरिक मस्जिदों में ठहरे हुए थे। ये सभी दिल्ली के तब्लीगी जमात में शामिल होने के बाद यहां लौटे थे। लेकिन प्रशासन से जानकारी छिपाई। इस बाबत पुलिस ने सातों विदेशी नागरिकों समेत 17 पर शाहगंज थाने में धारा 144 के उलंघन और महामारी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है। इन सभी को क्वारैंटाइन किया गया है। कोविड-19 की पुष्टि के लिए सैंपल लिए गए हैं।
जमात में शामिल 10 और विदेशियों का चला पता
करेली के हेरा मस्जिद में ठहरे थाईलैंड के 9 और बांग्लादेश का एक मौलाना भी दिल्ली के तबलीगी जमात में शामिल हुआ था। 12 मार्च को शामिल होने के बाद वह सभी प्रयागराज आए और इसकी सूचना भी पुलिस को मिल गई थी। ऐसे में सभी को पहले ही मेडिकल उपचार के बाद मस्जिद में ही क्वारैंटाइन कर दिया गया था। इनमें दो लोग तेलंगाना निवासी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में भी आए थे। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव का कहना है कि अब संदिग्ध लोगों पर ही कार्रवाई की जा रही है।
36 संदिग्धों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर
मंगलवार को शाहगंज की मस्जिद में मिले 36 लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर है। अधिकारियों को भय सता रहा है कि कहीं इनमें कोई कोरोना का संक्रमित मरीज न हो। दरअसल, अभी तक जनपद में एक भी कोरोना के पॉजिटिव केस नहीं मिले हैं। शहर की मस्जिद में छिपकर रह रहे 36 लोगों के मिलने के बाद लोग भयभीत हैं। इसके पीछे यह भी कारण है कि इसमें नौ दिल्ली के तब्लीगी मरकज में शामिल हुए थे। कोरोना वायरस के नोडल अधिकारी डॉ. गणेश प्रसाद ने बताया सभी पर विशेष नजर रखी जा रही है। जिनमें लक्षण दिखेगा उसका सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।