मुज़फ़्फ़रपुर (29नवंबर 2019)- आंतकी वारदातों की आरोपी और बम ब्लास्ट जैसे मामलों में जांच से घिरीं बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताने के मामले में आतंकवाद की आरोपी सासंद प्रज्ञा का मामला संसद से सड़क तक होते हुए अब अदालत तक जा पहुंचा है।
ममुज़फ़्फरपुर की सीजेएम कोर्ट में बीजेपी नेत्री और भोपाल की सांसद प्रज्ञा के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है। इस मामले में 12 दिसंबर 2019 को होगी अगली सुनवाई होगी।
नाथूराम गोडसे को लेकर दिये गये बयान के बाद मुज़फ़्फ़रपुर सीजीएम कोर्ट में साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है। ये परिवाद मानवाधिकार कार्यकर्ता एम.राजू नैययर ने दायर किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ता एम.राजू नैययर का कहना है कि 26 नवंबर 2019 को विभिन्न चैनलो पर दिखाया गया कि सदन में साध्वी प्रज्ञा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथू राम गोडसे को देशभक्त बताया। उनका कहना है कि इस बयान से एम राजू नैययर को भारी आघात लगा है, और साथ ही पूरे देशवासियो को इस तरह के बात से आघात लगा है। सांसद साध्वी प्रज्ञा का बयान देश को खंडित करने जैसा है, साथ ही नैयर ने कहा कि यथाशीघ्र बीजेपी साध्वी प्रज्ञा को बर्खास्त करें साथ ही सांसद पद से हटाया जाए और अगर बीजेपी ऐसा नही करती है तो जनता सड़क पर आएगी और आंदोलन करेगी।
इस मामले में कोर्ट के द्वारा परिवाद को स्वीकार कर लिया गया है और सुनवाई की अगली तारीख 12 दिसम्बर 2019 को रखी गई है।
कुल मिलाकर आंतकवादी घटनाओं जैसे गंभीर आरोपों से घिरी सासंद प्रज्ञा ठाकुर कई बार अपने बयानों और कार्यशैली को लेकर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी करती दिख रही हैं। हांलाकि बीजेपी ने उनको लेकर अपना रुख कई बार बदला भी है। यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी वे तो उनको लेकर सख़्त नाराज़गी का भी इज़हार किया था। लेकिन हाल ही में प्रज्ञा को रक्षा समिति में सदस्य बनाने की ख़बरों के बाद भी बीजेपी सवालों के दायरे मे आ गई थी। लेकिन फिलहाल सुनने में ये भा आ रहा है कि प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा समिति से बाहर किया जा रहा है। लेकिन अब मामला अदालत मे पहुंचने के बाद एक बार फिर मामला गरमा गया है।