निजामुद्दीन मरकज में एक महीने पूर्व शामिल हुए 2 लोगों को प्रशासन ने मंगलवाररात को पकड़कर उनके सेम्पल लेकर जांच के लिए सैफई स्थित लैब में भेजे दिए। वहीं पकड़ गए दोनो युवकों को क्वारैंटाइन किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक स्थिति की गंभीरता के दृष्टिगत तत्काल दोनों व्यक्तियों का पुलिस अभिरक्षा में मेडीकल टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। स्वास्थ्य परीक्षण में इन्हें कोई तकलीफ होना नहीं पाई गई तथा इनका शारीरिक तापमान सामान्य पाया गया, किन्तु दोनों व्यक्तियों के नाक व गले के सैम्पल लेकर सैफई प्रयोगशाला में कोविड-19 की जांच के लिए भेज दिये गये हैं तथा इन्हें जिला ग्राम्य विकास प्रशिक्षण संस्थान, रोंडा (ललितपुर) में क्वारैंटाइन किया गया है।
निजामुद्दीन मरकज से से निकले तब्लीगी जमात के लोगों की तलाश बड़े पैमाने पर की जा रही है। बीती रात प्रशासन ने कोतवाली नगर क्षेत्र के नदीपुरा मोहल्ले में स्थित घरों से दोनों को पकड़ा गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस दो युवकों को लेकर आई थी दोनो की सेंपल लेकर जांच के लिए सैफई स्थित लैब में भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि दोनों को ग्राम रोंडा स्थित क्वारैंटाइन हाउस भेजा गया । इधर जानकारी लगी हैं कि दोनों युवक 10 मार्च के पहले दिल्ली स्थित निजममुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे।
हरियाणा से लौटने के बाद दिल्ली के मरकज में शामिल हुआ था
दोनों व्यक्तियों से पूछताछ कि दोनों लोग तीन मार्च को वो हरियाणा के फरीदाबाद जिले में भौजा गांव गया था, इसके पश्चात चार मार्च को समय करीब 4.30 बजे हजरत निजामुद्दीन मर्कज में पहुंचा तथा मर्कज में तब्लीगी जमात में सम्मिलित हुआ था तथा उक्त मर्कज में शाम को सात बजे तक रहा एवं ट्रेन से दिनांक पांच मार्च को लखनऊ पहुंचा, जहां पर सिकरौनी दुब्बगा मदरसा में रुका रहा।
इसके बाद 2 या 3 अप्रैल को ट्रक से चकरपुर मण्डी कानपुर में मस्जिद में आकर रुका व पांच अप्रैल को चकरपुर मण्डी से ट्रक से अपने रिश्तेदार हैदर के यहां अपने साथी के साथ मध्य प्रदेश के लिटौरी चला गया था।तथा साथी हैदर झांसी से लिटौरी एमपीचला गया तथा मोहम्मद अतीक झांसी में शिवपुरी बाईपास पर उतरकर पुनः ट्रक से ललितपुर आ गया था।