दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित हुए मरकज में शामिल हुए तब्लीगी जमात के 8 विदेशी नागरिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए हैं। सभी विदेशी नागरिकों को हैलट के क्वारैंटाइन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही विभिन्न जमातों के संपर्क में आने वाले शहर के 142 लोगों को क्वारैंटाइन कराया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर चुके है कि तब्लीगी जमात के सदस्यों की गल्तियों का खामियाजा प्रदेशवासी नहीं भुगतेंगें।
बाबूपुरवा पुलिस ने अधिकारियों के निर्देष पर 8 विदेशी नागरिकों पर एफआइआर कर लिया है। बाबूपुरवा स्थित सुफ्फा मस्जिद से 6 आफगानी एक ईरानी और एक यूके नागरिक मिले थे। यह आठों विदेशी दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। इसी प्रकार तब्लीगी जमात में शहर के सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। ऐसे लोगों ने शहर की मुस्किलें बढा दी हैं। पुलिसकर्मी ऐसे लोगों चिन्हित करने कर मेडिकल परीक्षण कराने का काम कर रही है।
जमातों के संपर्क में आने वाले 142 शहरवासियों को क्वारैंटाइन के लिए भेजे गएं है। बीते गुरूवार को भी तब्लीगी जमात के लोगों की तलाश होती रही। पटकापुर, बिधनू और पिपरगंवा समेत कई इलाकों से 10 लोगों को बरामद किया गया है। सभी को नारायाण इंस्टिट्यूट में क्वारैंटाइन के लिए भेजा गया है।
शहर काजियों ने जुमे की नमाज घरों मे पढ़ने की अपील की
शहरकाजियों ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वो जुमे की नमाज अपने घरों पर ही पढे़ं। इसके साथ ही नमाज के बाद कोरोनवायरस से निजात की दुआ करें। शहर काजियों का कहना है कि कोरोनावायरस बढ रहा है। इसलिए कहीं भी भीड़ नहीं लगाएं और अपने घरो पर रह कर ही इबादत करें।
दरअसल दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न राज्यों और जनपदों से बड़ी संख्या लोग पलायन करके आए है। ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन करके आने वालों के जिला प्रशासन ने प्राइमरी स्कूलों को क्वारैंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। पलायन कर आने वालों लोगों को इन सेंटरों क्वारैंटाइन के लिए रखा गया था। लेकिन दो ही दिन बार यह क्वारैंटाइन सेंटर खाली पड़े है।