नई दिल्ली (6 सितंबर)- पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) लागू करने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए भूख हड़ताल खत्म करने की रविवार को घोषणा की लेकिन कहा कि जब तक सभी मुददे हल नहीं होते उनका आंदोलन जारी रहेगा।
पूर्व सैनिकों ने कहा कि सरकार ने पांच साल के बाद पेंशन की पुनरीक्षा करने की जो घोषणा की है वह उन्हें किसी तरह भी स्वीकार्य नहीं है। साथ ही, ओआरओपी के विभिन्न पहलुओं के अध्ययन के लिए गठित एक सदस्यीय न्यायिक आयोग की नियुक्ति भी उन्हें स्वीकार्य नहीं है।
पूर्व सैनिकों के संगठन के नेता का कहना है कि जब तक पूर्व सैनिकों की तरफ से उठाए गए चार खास बिंदुओं को सरकार मान नहीं लेती उनका आंदोलन जारी रहेगा।
वहीं संगठन के नेता ने पूर्व सैनिकों से अपील की जो लोग भूख हड़ताल पर हैं, हम उनसे उसे खत्म करने का आग्रह करते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री ने समय पूर्व अवकाशग्रहण के मुद्दे को स्पष्ट किया है लेकिन जब तक हमारी तरफ से बुलंद किए गए चार बिंदुओं को सरकार मान नहीं लेती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार लंबित मुद्दों को हल करने में नाकाम रहती है तो पूर्व सैनिक फिर से भूख हड़ताल का रास्ता अख्तियार कर सकते हैं।
वहीं संगठन के नेता ने वन रैंक, वन पेंशन के वादे को पूरा करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शुक्रिया अदा किया।