उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस (कोविड-19) के संक्रमण के मामलों को दोगुना करने के लिए जिम्मेदार तब्लीगी जमाती सुधर नहीं रहे हैं। ताजा मामला सीतापुर जिले का है। यहां जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना पॉजिटिव एक मरीज ने मंगलवार रात बिरयानी नहीं मिलने पर हंगामा शुरू कर दिया। वह वार्ड में घूमने लगा। दवा खाने से भी इंकार करने लगा। हालात बिगड़ते देख स्वास्थ्यकर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कार्रवाई की धमकी देकर उसे शांत कराया।
सीतापुर में 8 जमाती संक्रमित
सीतापुर जिले केखैराबाद इलाके में बांग्लादेश से आए 10 जमातियों और उनके दो सहयोगियों को पुलिस ने पकड़ा था। इनमें सात बांग्लादेशी नागरिकों व एक महाराष्ट्र के रहने वाले शख्स में कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है। सोमवार को रिपोर्ट आने के बाद इन सभी को जेएलएमडी कालेज खैराबाद के क्वारैंटाइन स्थल से खैराबाद के लेवल एक अस्पताल में शिफ्ट किया गया। लेकिन, इन जमातियों ने न सिर्फ अस्पताल में इधर-उधर घूमना शुरू कर दिया, बल्कि वहां के मेडिकल स्टाफ से भी बदसलूकी की।
पुलिस ने समझाकर किया नियंत्रित
बांग्लादेश का एक संक्रमित जमाती वार्ड से बाहर आकर इधर-उधर टहलने लगा। उसने स्वास्थ्य टीम से बिरयानी की मांग की। वह डायबिटीज का मरीज है। उसे डॉक्टरों ने पहले दवा खा लेने की बात कही,लेकिन डॉक्टरों की सलाह मानने से उसने इंकार कर दिया। उनका उग्र व्यवहार देखकर मेडिकल स्टाफ ने अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर इन्हें नियंत्रित किया। सीएमओ डॉ आलोक वर्मा ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए बताया कि अब मामला नियंत्रण में होने की बात कही है।
छह जमाती,किया गया परीक्षण
सीएचसी महमूदाबाद अधीक्षक डॉ. अजय वर्मा ने बताया छह जमातीनिजामुद्दीन मरकज से तब्लीगी जमात से वापस आए थे। सभी को प्राथमिक परीक्षण के लिए सीएचसी महमूदाबाद लाया गया। इन्हें नूरपुर मदरसा परिसर में क्वारैंटाइन किया गया है। इनकी कोरोना की जांच भी होगी। सभी लोग 19 मार्च को जमात में शामिल होकर लौटे हैं और एक या दो दिन लखनऊ की अमीनाबाद स्थित मरकज में भी रुके थे, उसके बाद घर वापस आए हैं। सीएचसी अधीक्षक के मुताबिक अभी तक सभी की हालत सामान्य है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।