
जम्मू-कश्मीर में जवानों के काफिले की मूवमेंट के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन द्वारा काफिले के आने-जाने के लिए एक अलग प्लैन बनाया है, जिसमें जम्मू-श्रीनगर हाइवे को दो दिन तक बंद रखा जाएगा। दरअसल, जम्मू-श्रीनगर हाइवे एकलौता ऐसा हाइवे है जो कश्मीर को पूरे भारत से जोड़ता है। इसी रास्ते से जवानों के बड़े-बड़े काफिले निकलते है। पुलवामा हमले के बाद बड़े काफिले को निकलने की इजाजत नहीं दी जाती, केवल छोटे काफिले को ही इजाजत मिलती है। हालांकि, बनिहाल में हाल ही में हुए कार ब्लास्ट घटना के बाद सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े होने शुरु हो गए थे। जवानों की मूवमेंट के लिए नए प्लॉन बनाए गए और इसी प्लॉन में राष्ट्रीय राजमार्ग को दो दिन तक बंद रखने का फैसला लिया गया।
आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी के हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में जवानों के काफिले की मूवमेंट के लिए अलग-अलग तरीके तलाशे जा रहे थे। आतंकी हमले के बाद ये फैसला भी लिया गया के, अलग कभी बहुत बड़ा काफिला होगा, तो उसे एयरलिफ्ट किया जाएगा। आतंकी हमले के बाद बड़ी तादात में गाड़ियों की मूवमेंट को रोक दिया गया, लेकिन इसके बावजूद बनिहाल में हुए हादसे ने सुरक्षा एजेंसियों को फिर से सोचने पर मजबूर किया। हालांकि, उधर सरकार के फैसले का नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी दोनों ने विरोध किया।
खबरों के मुताबिक प्रशासन द्वारा लिया गया ये फैसला 31 मई तक लागू रहेगा। 31 मई तक चुनावों को देखते हुए सबसे ज्यादा मिलिट्री मूवमेंट होगा। चुनाव अधिकारी भी जवानों के काफिले के साथ ही मूव करेंगे। हालांकि, जिस तरीके से इस फैसले का विरोध हो रहा है, देखना होगा कि आगे इसमें कुछ बदलाव होते है या नहीं l