
गाजियाबाद (4 दिसंबर 2019)-दूध से भले ही सेहत बनती हो, लेकिन भैंस रखना भी मुसीबत बन सकता है। गाजियाबाद नगर निगम ने शहरी इलाक़ों में चल रही सैंकड़ो डेयरियों को बाहर का रास्ता दिखाने की ठान ली है।
दरअसल NGT यानि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के बाद नगर निगम ने महानगर के लगभग चार सौ डेयरी संचालकों को शहर से बाहर जाने का फरमान जारी किया है। जिसके बाद डेयरी मालिकों की हाथ पैर फूले हुए हैं।
इसी के मद्देनज़र बुधवार को गाजियाबाद के म्यूनिसिपल कमिश्नर दिनेश चंद्र के नेतृत्व में नगर निगम का अमला शहर की सड़क पर उतर आया और नेहरू नगर से लगभग आधा दर्जन भैंसों को जब्त कर लिया। जिसके बाद उनको नंदी पार्क भेज दिया। नगर निगम डेयरी संचालकों के साथ कोई रियायत बरतने के मूड में नहीं है। नगर आयुक्त दिनेश चंद्र का स्पष्ट कहना हहै कि डेयरी संचालक या तो शहर से बाहर गैर आवासीय क्षेत्रों में शिफ्ट कर लें वरना उनके खिलाफ कानूनी कर्रवाई की जाएगी। नगर निगम इस मामले में 19डेयरी संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा चुका है। निगम के पांचों जोनों में नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने आदेश जारी किए गए हैं कि वह हर वार्ड के हर मोहल्ले में जाकर बस्तियों में चल रही डेरियों को तुरंत बंद कराएं।
डेयरी संचालन को लेकर नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने संवाददाताओं को बताया कि वे जब सुबह घूमने निकले तो उन्होने देखा कि नेहरू नगर में होली चाइल्ड स्कूल के पास एक मकान के बेसमेंट में डेयरी संचालित की जा रही थी। इसके बाद वहीं से उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम.के सिंह को बुलाया। इसके बाद नगर निगम के अमले ने छह भैंसों को जब्त कर के वाहन में लादकर ले गए और नगर निगम के नंदी पार्क में ले जाकर छोड़ दिया। नगर आयुक्त ने बताया कि अब इन भैंसों को संचालकों से जुर्माना वसूलकर छोड़ा जायेगा साथ ही डेयरी संचालकों से शपथ पत्र भी लिया जाएगा कि वे आवासीय क्षेत्रों में डेयरी का संचालन नहीं कराएंगे और शीघ्र ही यहां से हटा लेंगे । उन्होंने बताया कि सर्वे के मुताबिक सिटी जोन में 247, कविनगर जोन में 110, वसुंधरा जोन में 35 डेरी व मोहननगर जोन में 8 डेयरी चिन्हित की गई है। उन्होंने बताया कि पसौंडा में 19 डेयरी संचालकों खिलाफ एफ आई आर दर्ज करा दी गई है । इसके अलावा बाकी जगह पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि आवासीय क्षेत्रों में चल रही डेरियो के कारण न केवल वातावरण प्रदूषित हो रहा है बल्कि इससे अनेक प्रकार की बीमारियां भी फैल रही हैं । इनपर रोकथाम के लिए एनजीटी के आदेश पर यह कार्यवाही की जा रही है।
मेयर भी नहीं रियायत देने के मूड में
उधर इस मामले पर मेयर आशा शर्मा का कहना है कि सभी चिन्हित किए गए डेयरी संचालकों को कह दिया गया है, कि या तो जल्द से जल्द आवासीय क्षेत्रों से दूसरे स्थान पर डेयरी शिफ्ट कर लें, नहीं तो उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई जायगी। उन्होंने कहा कि डेयरियों के कारण गोबर नालियों, सीवर लाइन में बहाया जा रहा है जिसके कारण सीवर व नाली चौक होती हैं । साथ ही बेहिसाब जल दोहन भी हो रहा है।