national news नई दिल्ली(1फरवरी2025) विश्व पुस्तक प्रदर्शनी 2025 का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को नई दिल्ली में उद्घाटन किया।
इस मौके पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि किताबें पढ़ना सिर्फ़ शौक नहीं है यह एक परिवर्तनकारी अनुभव है। विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों की किताबें पढ़ने से क्षेत्रों और समुदायों के बीच संबंध बेहतर बनते हैं। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में भारत की विभिन्न भाषाओं और अन्य देशों की भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले कई स्टॉल हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक मेला पुस्तक प्रेमियों को एक ही स्थान पर दुनिया भर के साहित्य तक पहुँच प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम की निर्धारित पुस्तकों को पढ़ने के अलावा स्कूली बच्चों को विभिन्न विषयों पर विभिन्न प्रकार की पुस्तकें पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें अपनी क्षमता और योग्यताओं को पहचानने में मदद मिलेगी और वे अच्छे इंसान बनेंगे।
राष्ट्रपति ने सभी से बच्चों के लिए पुस्तकों के निर्माण और प्रचार को विशेष महत्व देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम अपने बच्चों में जो सबसे अच्छी आदत विकसित कर सकते हैं, वह है किताबें पढ़ने का शौक। राष्ट्रपति ने कहा कि हर बड़े को इसे एक महत्वपूर्ण कर्तव्य के रूप में लेना चाहिए।