ग़ाज़ियाबाद को मिलेगी कूड़े से राहत
200 टीपीडी के ट्रांसफर स्टेशन व 200 टीपीडी के एम आरएफ सेंटर का महापौर ने किया लोकार्पण
-शहर के निवासियों को मिलेगी कूड़े से मिलेगी निजात : विक्रमादित्य मलिक
-मेयर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन में बैठकर चाय का लिया लुत्फ
गाजियाबाद(14 जनवरी 2024)- महापौर सुनीता दयाल ने रविवार को
मधुबन बापूधाम गोविंदपुरम में पी पी पी मॉडल पर 200 टी पी डी की क्षमता के कूड़ा ट्रासंफर स्टेशन एवं रेत मंडी नंदग्राम में 200 टी पी डी की क्षमता के एम आर एफ सेंटर का उद्घाटन किया। गोविंदपुरम स्थित ट्रांसफर स्टेशन में महापौर,नगर आयुक्त,नगर स्वास्थ्य अधिकारी सहित सभी ने चाय नाश्ता किया और बदबू बिल्कुल नही आई।
महापौर ने कि ट्रांसफर स्टेशन के बनाये जाने से कविनगर में पड़ रहे जगह जगह कूड़ा एवं डोर टू डोर कूड़ा किसी वार्ड के स्थान पर न डालकर सीधा स्टेशन पर जाएगा। धर्म कांटे पर भार तोल होगा उसके उपरांत वहाँ से कैप्सूल में खाली होकर प्रॉसेस के लिए जाएगा। इसी प्रकार एम आर एफ सेंटर से भी कूड़े से कंपोस्ट व सेग्रिगेट कर कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। जिससे शहरवासियों को कूड़े की सामस्य के छुटकारा मिलेगा और कविनगर इंडस्ट्रियल एरिया के लोगो की शिकायत खत्म करने के लिए डायमंड फ्लाईओवर के नीचे कूड़ा घर एवं अन्य डलवा घर समाप्त भी होंगे।
इस अवसर पर नगर आयुक्त ने बताया कि कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन ट्रिपल पी मोडल पर जे एस एनवाईरो कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है। जिसके लिए जी डी ए द्वारा 2000 वर्गमीटर भूमि उपलब्ध कराई गई है और इस स्टेशन का निर्माण,संचालन जे एस एनवाईरो द्वारा ही किया जाएगा व 3 ट्रांसफर मशीन 5 कैप्सूल लगाए गए है ।कार्य मे नगर निगम द्वारा कोई धनराशि नही लगाई गई हैl
उन्होंने बताया कि
निगम ने रेत मंडी नंदग्राम में 200 टी पी डी की छमता के एम आर एफ सेंटर स्थापित किया गया है जिसके लिए भूमि नगर निगम ने दी है ।सेंटर का निर्माण इंडियन पॉल्यूशन कन्ट्रोल एसोसिएशन एनजीओ ने एसबीआई सी एस आर के माध्यम से स्थापित किया गया है। जिसका प्रोजेक्ट 3 वर्ष के लिए होगा और बाकी सभी संचालन व अनुरक्षण कंपनी द्वारा किया जाएगा, यह कंपनी 4 ओ डब्लू सी मशीन लगाएगी। जिससे गीले कूड़े से कंपोस्ट बनाया जाएगा और सूखे कूड़े के लिए कवरण बेल्ट लगाकर ट्रोमल्स के माध्यम से सेग्रिगेट की व्यवस्था की जायेगी। साथ ही वेस्ट प्लास्टिक से गमले,बैंच,सर्विंग प्लेट्स, बच्चों की पढ़ाई हेतु दफ़्ती,पेंसिल बॉक्स, एवं अन्य सामग्री बनाई जाएंगी और शहर में अनेकों स्थान पर प्रयोग किया जाएगा।