–नगर निगम सदन की बैठक में डीएम सर्कल रेट पर टैक्स में बढ़ोतरी का प्रस्ताव ध्वनि मत से खारिज
-2024-25 का बजट प्रस्ताव समेत विकास कार्यों के कई प्रस्ताव हुए पास
-वबाग कम्पनी की कार्यशैली को लेकर पार्षदों ने जताया आक्रोश, की करवाई की मांग
-कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा , विधायक अजित पाल त्यागी रहे शामिल
गाजियाबाद। गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल अपनी कार्यशैली और बेबाकी के लिए चर्चा में रहतीं हैं। लेकिन जब सदन में पार्षदों का भी सहयोग मिल जाए तो कहना ही क्या। कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला गाजियाबाद नगर निगम की बोर्ड बैठक में। एक तरफ थे नगर निगम गाजियाबाद की आमदनी बढ़ाने की जुगत में रहने वाले नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक अपनी टीम और प्रस्तावों के साथ और दूसरी तरफ थीं मेयर सुनीता दयाल पार्षदों की टीम के साथ। इसी क्रम में गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में बुधवार को सदन ने शहर की जनता को बड़ी राहत दी । नगर निगम सदन में डीएम सर्किल रेट पर टैक्स पर बढ़ोतरी संबंधी प्रस्ताव को ध्वनि मत से खारिज कर दिया गया। हालांकि नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने इस संबंध में मजबूती के साथ निगम का पक्ष रखा । लेकिन पार्षदों व महापौर ने एकमत इसको खारिज कर दिया। सदन में कहा कि नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए अन्य संसाधनों को बढ़ाया जाए या अन्य व वैकल्पिक व्यवस्था की जाए लेकिन किसी भी सूरत पर डीएम सर्किल रेट पर करके बढ़ोतरी नहीं होगी। इसके बाद टैक्स संबंधी प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। इसके अलावा 2024- 25 का बजट प्रस्ताव भी पास कर दिया गया। साथ ही विकास से संबंधित ज्यादातर प्रस्ताव पास कर दिए गए। आज की बैठक की खास बात यह रही के कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा और मुरादनगर के विधायक अजीत पाल त्यागी पूरे समय बैठक में जमे रहे। इसके अलावा बैठक में टैक्स से संबंधित गड़बड़ियां पर भी चर्चा हुई। जिस पर महापौर ने की जांच करने की बात कही।
बैठक करीब 11:15 बजे महापौर सुनीता दयाल की अध्यक्षता में वंदे मातरम के साथ शुरू हुई। सबसे पहले संपत्ति कर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया। जिसके खारिज किये जाने के बाद भाजपा पार्षद राजीव शर्मा ने सिटी जोन में टैक्स की गणना में गड़बड़ी के तीन मामले उठाए। जिसमें असवार मूवी लिंक नामक संस्था, राहुल प्लेस और जीडी गोयंका स्कूल में वास्तविक टैक्स से कम करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सिटी जोन में कम से कम 10 करोड रुपए की चोरी की गई है। इसके बाद महापौर ने कमेटी बनाकर इस पूरे मामले की जांच का निर्णय लिया गया। इसके अलावा जिन लोगों ने डीएम सर्किल रेट के हिसाब से पैसा जमा किया है ज्यादा जमा किया गया पैसा अगले वित्तीय वर्ष में समायोजित किया जाएगा। यह आदेश भी महापौर ने बैठक में दिए। इसके बाद बैठक में जोनल कमेटी के गठन की मांग को लेकर भी पार्षदों ने हंगामा किया।
बैठक में शहर की शिव व्यवस्था की बदहाली के लिए पार्षदों ने बवाग कंपनी को जिम्मेदार ठहराया तथा एक और कम्पनी के खिलाफ करवाई करने की मांग की गयी। जिस पर यह तय किया गया कि अब बाबा कंपनी की प्रत्येक शिकायत और निस्तारण की जानकारी शासन को दी जाएगी और वस्तु स्थिति से अवगत कराया जाएगा ताकि शासन स्तर पर कम्पनी के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
बोर्ड बैठक आय-व्यय का प्रस्ताव भी सदन ने सर्वसम्मति से पास कर दिया। 2024-25 में शहर के विकास पर नगर निगम 1795 करोड़ 42 लाख 60000 खर्च करेगा। जबकि विभिन्न मदों से आय का लक्ष्य 15921370000 रखा गया है। सभी विभागों के लिए व्यय का बजट निर्धारित कर दिया गया है।
इस बैठक में अपर नगर आयुक्त अरुण यादव, मुख्य अभियंता एनके चौधरी, पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज समेत सभी जोनल प्रभारी मौजूद रहे।
-प्रमुख प्रस्ताव जो पास
उपवन नीति के तहत पार्क विकसित किए जाएंगे। जिन वार्डो मे डेढ़ एकड़ जमीन मिलेगी उस पर मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए जाएंगे।ओपन जिम व अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। ट्रेड लाइसेंस शुल्क लागू करने के प्रस्ताव पर सदन की ओर से कमेटी गठित कर रेट तय करने को बोर्ड ने दी मंजूरी। कमेटी में 5 पार्षद होंगे। कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही रेट किये जायेंगे ।
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