जिले में लॉकडाउन के चलते फैक्ट्रियां कुछ दिनों के लिए क्या बंद हुए यमुना को तस्वीर ही बदल गई। यमुना को प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ करने के लिए तमाम आंदोलन चले तो सरकारों ने भी इसके लिए बहुत प्रयास किए लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। जो काम कई सालों में सरकारें और संगठनों के आंदोलन नहीं कर सके वह कोरोना के चलते देश मे हुए लॉकडाउन ने कर दिखाया। मथुरा में प्रदूषण का दंश झेल रही यमुना इन दिनों पहले की अपेक्षा काफी हद तक अविरल और निर्मल नजर आ रही है।
भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की साक्षी यमुना के इस बदले स्वरूप को लेकर आम जनमानस के साथ ही कृष्ण भक्तों में खासा उत्साह नजर आ रहा है। इतना ही नहीं मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने भी ट्वीट कर कुछ फोटो शेयर किए हैं।
सरकारें और आंदोलन भी नहीं बदल पाए यमुना की तस्वीर
सालों से दिल्ली आगे मथुरा पहुंचते-पहुंचते यमुना प्रदूषण की वजह से अपना स्वरूप खो देती हैं हालांकि फिर भी लोगों की आस्था कम नहीं होती। यमुना को प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए तमाम संगठनों द्वारा आंदोलन किए गए दिल्ली तक पैदल मार्च निकाला। यहां तक कि सरकारें भी हर बार यमुना को स्वच्छ करने का आश्वासन देती रहीं लेकिन नतीजा वहीं ढाक के तीन पात रहा। जो काम वर्षों में नहीं हो सका वह कोरोना के चलते देश में चंद दिनों के लॉकडाउन ने कर दिखाया है।