लखनऊ. संपूर्ण भारत लॉकडाउन का आज छठा दिन है। कोरोना वायरस के संक्रमण को कम्युनिटी स्तर पर जाने से रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। सरकार ने सूबे के साथ ही अन्य राज्यों से हो रहे बड़े पैमाने पलायन को रोकने के लिए प्रदेश की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि, बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण होगा और उसके बाद उन्हें आश्रय स्थल भेज दिया जाएगा। हालांकि, इस दौरान हरदोई जिले में लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां इटौली गांव के बाहर बनाए गए आश्रय स्थल से 40 लोग फरार हो गए।
नोएडा बना कोरोना जोन
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 17 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें मेरठ के 8, नोएडा के 5, गाजियाबाद के 2 व आगरा-बरेली में एक-एक मरीज सामने आए। अब प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 82 पहुंच गई है। सर्वाधिक 32 मरीज नोएडा (गौतमबुद्धनगर) के हैं। यहां मरीजों की संख्या बढ़ने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे को वहां हेलीकॉप्टर से भेजकर हालात सुधारने के निर्देश दिए हैं। वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी पूरी ताकत झोंक दी है।
वाराणसी:लॉकडाउन से नाविकों का एक लाख परिवार प्रभावित
लाकडाउन को लेकर सोमवार को जिला प्रशासन ने सभी मंडियों में आम जनता का प्रवेश पूरी तरह रोक दी है। 18 से 20 हजार नाविकों, मल्लाहों का परिवार लॉकडाउन में परेशान है। कारोबार पूर्णतया ठप हो चुका है। नाविक मनोज साहनी ने बताया कि 1 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। 22 मार्च से कारोबार पूरा बंद है। टूरिस्ट 10 मार्च के बाद से ही आना बंद हो चुके हैं।
लखनऊ:4 से 6 सप्ताह की पैरोल पर रिहा हुए कैदी
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उत्तर प्रदेश की 71 जेलों में निरुद्ध 11 हजार कैदियों 4 से 6 सप्ताह की पैरोल पर रिहा किया गया। सरकार ने इस श्रेणी में सात साल या उससे कम सजा के दायरे में आने वाले सजायाफ्ता या विचाराधीन कैदियों को रखा था। रविवार को प्रदेश की कई जेलों से कैदी रिहा किए गए।
फाइव स्टार होटल्स में रुकेंगे डॉक्टर
लखनऊ: राम मनोहर लोहिया संस्थान व एसजीपीजीआई के डॉक्टरों के लिए जिला प्रशासन ने होटल हयात, होटल फयरडील, होटल पिकेडली व होटल लेमन ट्री को अस्थाई तौर पर अधिग्रहीत कर लिया है। दोनों चिकित्सा संस्थानों के मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ, जो कोविड-19 वार्ड में नियुक्त हैं, उनके यहां ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। नियमों के तहत वार्ड में काम करने वाले डॉक्टर को 14 दिनों तक क्वारैंटाइन रहना पड़ता है।
बुंदेलखंड के चार लाख ज्यादा मजदूर हुए बेरोजगार
झांसी: पहले से ही तंगहाली से जूझ रहे बुंदेलखंड के सामने लॉकडाउन एक बड़ा संकट बनकर आ गया है। यहां के चार लाख से ज्यादा मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। लोग सड़कों पर बेवजह घूमते नजर आ रहे हैं और पुलिस प्रशासन सिर्फ फोटो खिंचवाने में लगा है। लॉकडाउन के बीच निर्देश है कि, जरुरतमंद तय अवधि में एक बाइक से जरूरत का सामान लेने घर से बाहर निकल सकता है। लेकिन यहां थाना नवाबाद के सामने से ही एक बाइक पर तीन लोग बैठकर गुजर रहे हैं। मंडियों में सब्जियों की आवक है, लेकिन वार्डों तक नहीं पहुंच रही है। राशन, सब्जियों के दाम 10 से 15 रुपए बढ़ गए हैं।
88 लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया गया
प्रयागराज: गैर राज्यों से पलायन कर प्रयागराज आए 88 लोगों को शहर के केपी कम्युनिटी सेंटर में 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन में रखा गया है। इस दौरान उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी। मजदूरों ने नाम, पता सहित अन्य डिटेल ली है। इसी केंद्र पर आगे आने वाले लोगों को भी रखा जाएगा। खाने-पीने व रहने के सभी इंतजाम जिला प्रशासन खुद कर रहा है। यहां दूसरे जिलों के भी मजदूर पहुंचे थे। जिन्हें प्रशासन ने 20 बसों से उनके मंजिल तक रवाना किया। जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने कहा- ग्राम प्रधानों को अपने अपने गांव से संबंधित जानकारी देने के लिए कहा गया है।
क्वारैंटाइन हुए 40 मजदूर फरार
हरदोई: जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के इटौली गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय में दूसरे राज्यों से आए 40 लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया गया था। लेकिन ये सभी फरार हो गए। सिटी मैजिस्ट्रेट जंग बहादुर ने बताया कि, सभी को सुरक्षा के मद्देनजर क्वारैंटाइन किया गया था। अब सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सीएम ने 1.63 लाख कार्यकर्ताओं से मांगा सहयोग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए भाजपा संगठन से भी सहयोग मांगा है। उन्होंने प्रदेश के कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर हर बूथ अध्यक्ष को हर दिन 10 गरीबों के लिए भोजन का प्रबंध करने की जिम्मेदारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि, केंद्र व राज्य सरकार के राहत पैकेज व अन्य व्यवस्थाओं की भी जानकारी लोगों से साझा की जाए। सीएम ने कहा- हर बूथ अध्यक्ष अपने गांव व मोहल्लों में 10 परिवारों से संपर्क कर एक-एक घर से एक-एक भोजन पैकेट बनवाएं और इसे जरुरतमंदों को वितरित करें। गैर राज्यों से आने वाले लोगों की जानकारी भी प्रशासन को दें।