लखनऊ/बिजनौर. दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मौजूद तब्लीगी जमात मामले के खुलासे के बाद मंगलवार को प्रदेश के 19 जिलों में पुलिस एक्शन में है। सुबह राजधानी लखनऊ के अमीनाबाद स्थित एक मरकजी मस्जिद में छह विदेशी नागरिक मिले हैं, जो किर्गिस्तान व कजाकिस्तान के रहने वाले हैं। पता चला है कि, ये सभी एक धार्मिक जलसे में शामिल होने आए थे। लेकिन लॉकडाउन होने के बाद से मस्जिद में ही शरण ले रखी थी। वहीं, बिजनौर में भी प्रशासन ने छापा मारकर नगीना की जामुन वाली मस्जिद से 8 धर्म प्रचारकों को पकड़ा है। ये इंडोनेशिया से आए थे।
मंड़ियांव व काकोरी में और भी जमातियों के होने की संभावना
लखनऊ प्रशासन कैसरबाग थाना इलाके के अमीनाबाद स्थित मरकजी मस्जिद से बाहर निकाले गए छह विदेशियों का मेडिकल चेकअप करा रहा है। थर्मल स्कैनिंग में अभी कोरोनावायरस के लक्षण नहीं मिले हैं। हालांकि, इन्हें आइसोलेशन में रखा जा रहा है। ये सभी 13 मार्च से यहां ठहरे हुए थे। खूफिया एजेंसियों व एलआईयू के अनुसार, लखनऊ में 24 धर्म प्रचारकों के होने की खबर है। मंड़ियांव में 17 बांग्लादेशियों के होने की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि, निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल होने आए ये सभी लॉकडाउन के ऐलान के बाद अलग अलग राज्यों को चले गए।
बिजनौर में पांच पर केस दर्ज
वहीं, बिजनौर में प्रशासन व पुलिस की टीम ने सटीक सूचना पर नगीना के जामुन वाली मस्जिद में छापा मारा तो यहां इंडोनेशिया से आए 8 धर्म प्रचारक मिले। पुलिस ने सभी धर्म प्रचारकों को जांच के लिए आइसोलेशन सेंटर भेजा है। ये सभी 21 मार्च से इस मस्जिद में छिपे हुए थे। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 268, 270 व महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर है। मस्जिद को सैनिटाइज करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है।