पटना/दिल्ली (03 जनवरी 2018)- बिहार का बहुचर्चित कई साल बाद एक बार फिर चर्चा में है। चारा घोटाले में पहले ही दोषी पाए गए राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को सीबीआई कोर्ट कुछ ही देर में सजा सुनाएगी। लालू यादव सुबह होटवार के बिरसा मुंडा की सैंट्रल जेल से रांची की सीबीआइ की विशेष अदालत के लिए निकल चुके हैं। लालू प्रसाद यादव की सजा के एलान को लेकर सुबह से ही बिहार ख़ासतौर से पटना में सियासी गहमागहमी है।
लालू की सज़ा के फैसले के मद्देनज़र और सीबीआइ के विशेष कोर्ट में लालू को लाने को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां पर आने-जाने वालों की जांच की जा रही है। साथ ही सिविल कोर्ट के कैंपस में आने के लिए बने मेन गेट पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। इस बीच सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह भी अदालत पहुंच गए हैं। उधर ये ख़बर है कि लालू के परिवार का कोई सदस्य रांची नहीं पहुंचा है, लेकिन पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कोर्ट के बाहर और होटवार जेल के बाहर पहुंच गए हैं। जानकारों की मानें तो अगर लालू को सात साल की सजा होती है तो लाल प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ जाएंगी लेकिन अगर सजा तीन साल की होती है तो उनके लिए बेल मिलना आसान हो जाएगा। राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह का कहना है कि इस मामले को लेकर हाइकोर्ट जाएंगे, सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उनका आरोप है कि षड्यंत्र करके लालू यादव को फंसाया गया है।
चारा घोटाला मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने लालू समेत 16 लोगों को 23 दिसंबर को चारा घोटाले से जुड़े देवघर कोषागार से 89 लाख़, 27 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले में दोषी ठहराया था। जिसके बाद पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल भेज दिया था। इसी मामले में आज सजा सुनाई जाएगी। आपको याद दिला दें कि आपूर्तिकर्ताओं पर सामान की बिना आपूर्ति किए बिल देने और विभाग के अधिकारियों पर बिना जांच किए उसे पास करने का आरोप है। जबकि पूर्व सीएम लालू प्रसाद पर गड़बड़ी की जानकारी होने के बावजूद इस पर रोक नहीं लगाने का आरोप है।
23 दिसंबर को रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने जगन्नाथ मिश्र को बरी किया गया तो लालू के चेहरे पर मुस्कान दिखी लेकिन जब चारा घोटाले में लालू यादव को दोषी करार दिया तो वे सन्न रह गए। लालू यादव के मुंह से निकल गया देखो न डॉक्टर साहेब को तो छोड़ दिया हमको सजा दे दिया..! गजबे किया !