उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में एक गांव के प्रधान ने नाबालिग किशोरी को अपने घर बुलाकर ज्याद्ती करने की कोशिश की। लेकिन चीख सुनकर प्रधान की पत्नी मौके पर पहुंच गई। प्रधान की पत्नी ने किशोरी को बचाया, लेकिन उसे किसी से शिकायत न करने की धमकी दी और पिटाई भी की। इस बात से क्षुब्ध होकर किशोरी ने प्रधान के घर के पीछे जाकर मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। 80 फीसदी झुलसी किशोरी झांसी मेडिकल कॉलेज में जिंदगी मौत से जूझ रही है। पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित प्रधान व उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
तालबेहट कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी अपने पड़ोस में रहने वाले थाना जखौरा के हर्षपुर गांव के प्रधान अशोक यादव के घर शनिवार शाम 7 बजे गई थी। तभी प्रधान ने उसे दबोच लिया। जब नाबालिग चिल्लायी तो उसकी आवाज सुनकर प्रधान की पत्नी आ गयी और उसने उसे बचाया। इसके बाद प्रधान की पत्नी ने उसकी पिटाई की और किसी से शिकायत न करने की धमकी दी।
इस बात से क्षुब्ध होकर किशोरी ने घर के पीछे जाकर आग लगा लिया। पीड़ित को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पिता ने तालबेहट कोतवाली में प्रधान व उसकी पत्नी पर केस दर्ज कराया है। पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने बताया कि, दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।