डीजीजीआई अहमदाबाद ने कानपुर में तलाशी अभियान में 177 करोड़ रुपये से भी अधिक जब्त किए हैं
नई दिल्ली (29 दिसंबर 2021)- यूं तो कई दिनों से कानपुर रेड और इत्र कारोबारी के काले कारनामों पर गरमा गरम बहस जारी है। कोई बता रहा था कि 250 करोड़ से ज्यादा मिले हैं कोई बता रहा था कि कई सौ किलो सोने का खेल है। लेकिन अब सरकारी तौर पर कहा गया है कि 177 करोड़ के आसपास की बरामदगी हुई है।
पीआईबी द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की अहमदाबाद इकाई ने 22.12.2021 को कानपुर में शिखर ब्रांड पान मसाला एवं तंबाकू उत्पादों के निर्माताओं के कारखाना परिसरों, मेसर्स गणपति रोड कैरियर्स, ट्रांसपोर्ट नगर, कानपुर के कार्यालय/गोदामों, और मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज, परफ्यूमरी कंपाउंड्स के आपूर्तिकर्ताओं के कानपुर एवं कन्नौज स्थित आवासीय/कारखाना परिसरों में तलाशी अभियान शुरू किया।
मेसर्स गणपति रोड कैरियर्स द्वारा संचालित 4 ट्रकों, जिनके जरिए जीएसटी का भुगतान किए बिना ही उक्त ब्रांड के पान मसाला और तंबाकू उत्पाद ढोये जा रहे थे, को रोके जाने के बाद अधिकारियों ने कारखाने में उपलब्ध वास्तविक स्टॉक का मिलान खाता-बही में दर्ज स्टॉक के साथ किया और कच्चे माल एवं तैयार उत्पादों की कमी पाई। यह भी पुष्टि की गई कि संबंधित निर्माता उस ट्रांसपोर्टर की मदद से इस माल को गुप्त रूप से हटाने में लिप्त था, जो उक्त माल की ढुलाई का इंतजाम करने के लिए फर्जी इन्वॉयस जारी करता था। शिखर ब्रांड पान मसाला/तंबाकू उत्पादों के निर्माताओं ने स्वीकार किया है और अपनी कर देनदारी के रूप में 3.09 करोड़ रुपये की रकम जमा की है।
22.12.2021 को 143, आनंदपुरी, कानपुर में स्थित मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज के भागीदारों के आवासीय परिसरों में शुरू की गई तलाशी कार्यवाही उस समय से लेकर अब तक समाप्त हो गई है। इस परिसर से बरामद और जब्त की गई कुल बेहिसाबी नकदी 177.45 करोड़ रुपये है। यह सीबीआईसी के अधिकारियों द्वारा नकदी की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है। इन परिसरों से जब्त समस्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
इसके अलावा, डीजीजीआई के अधिकारियों ने मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज के कन्नौज स्थित आवासीय/कारखाना परिसरों की भी तलाशी ली है जो प्रगति पर है। कन्नौज में छापेमारी के दौरान अधिकारीगण लगभग 17 करोड़ रुपये नकद बरामद करने में सफल रहे हैं, जिनकी गिनती फिलहाल एसबीआई के अधिकारी कर रहे हैं। इसके अलावा, लगभग 23 किलो सोना और सुगंधित यौगिकों (परफ्यूमरी कंपाउंड्स) के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले बेहिसाब कच्चे माल की बरामदगी भी हुई है जिनमें एक भूमिगत भंडार में छिपाकर रखे गए लगभग 6 करोड़ रुपये मूल्य का 600 किलोग्राम से भी अधिक चंदन का तेल भी शामिल है। कन्नौज में तलाशी अभियान शाम तक जारी रहने की संभावना है। चूंकि बरामद किए गए सोने पर विदेशी निशान या चिन्ह हैं, इसलिए आवश्यक जांच के लिए राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की मदद ली जा रही है।
इस बीच अब तक की जांच के दौरान एकत्र किए गए समस्त साक्ष्य के आधार पर मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज, कन्नौज के साझेदार पीयूष जैन से डीजीजीआई के अधिकारियों ने पूछताछ की। पीयूष जैन का बयान 25/26.12.2021 को अधिनियम की धारा 70 के तहत दर्ज किया गया है जिसमें पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि आवासीय परिसरों से बरामद नकदी दरअसल जीएसटी का भुगतान किए बिना ही माल की बिक्री से संबंधित है। मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज, कन्नौज द्वारा बड़े पैमाने पर जीएसटी की चोरी का संकेत देने वाले व्यापक उपलब्ध सबूतों को देखते हुए पीयूष जैन को सीजीएसटी अधिनियम की धारा 132 के तहत निर्दिष्ट अपराध करने के मद्देनजर 26.12.2021 को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीयूष जैन को दिनांक 27.12.2021 को सक्षम अदालत में पेश किया गया है।
पिछले 5 दिनों में छापेमारी के दौरान जुटाए गए समस्त सबूतों की गहनता से जांच की जा रही है, ताकि कर चोरी का पता लगाया जा सके।
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