भारत और पाकिस्तान के बीच डिप्लोमैटिक लेवल पर तनाव बढ़ गया है। मंगलवार शाम भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान हाईकमीशन के अफसर को तलब किया। उनसे कहा गया कि 7 दिन में 50% स्टाफ कम करें। भारत भी इस्लामाबाद में अपने स्टाफ में इतनी ही कटौती करेगा।भारत का आरोप है कि पाकिस्तान हाईकमीशन के कर्मचारी जासूसी करते हैं, उनके आतंकी संगठनोंसे भी संपर्क हैं।
पाकिस्तान का रिएक्शन नहीं आया
भारत ने पाकिस्तान हाईकमीशन के चार्ज डी अफेयर्स सैयद हैदर शाह को बताया कि पाकिस्तानी हाईकमीशन के स्टाफ का बर्ताव वियना कन्वेंशन की शर्तों को पूरा नहीं करता। बता दें कि भारत में फिलहाल पाकिस्तान का परमानेंट हाईकमिश्नर नहीं है। हैदर शाह एक्टिंग यानी कार्यवाहकहाईकमिश्नर हैं। डिप्लोमैसी में इस पद को चार्ज डी अफेयर कहा जाता है।भारतीय विदेश मंत्रालय के कदम पर फिलहाल, पाकिस्तान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
दोनों देशों के बीच तनातनी
डिप्लोमैटिक लेवल पर दोनों देशों के बीच तनाव 31 मई की शाम शुरू हुआ। दिल्ली में पाकिस्तान हाईकमीशन के दो अफसर पकड़े गए। स्पेशल ब्रांच की टीम को इनके पास जासूसी संबंधी दस्तावेज मिले। फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुए। पूछताछ में इन्होंने खुद को भारतीय बताने की कोशिश की थी। बाद में सच कबूल कर लिया। दोनों को 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया।
जवाब में पाकिस्तान ने दो भारतीय कर्मचारियों को इस्लामाबाद में गिरफ्तार किया। इन पर एक्सीडेंट का आरोप लगाया। दोनों को देश छोड़ने को कहा गया। अब भारत ने इस पर सख्त रुख अपनाया है।
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