उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मेंबीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोरोना से संक्रमित25 वर्षीय युवक की मौत हो गई। वह बस्ती जिले का रहने वाला था। बीते रविवार को सांस लेने में तकलीफ होने पर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई थी।बुधवार को लखनऊ केकेजीएमयू से आई रिपोर्ट में उसे संक्रमण होने कीपुष्टि हुई है। युवक हाल ही में मुंबई से लौटा था। बस्ती प्रशासन ने जिसगांधीनगर इलाके में युवक रहता था उस इलाके कोसील कर दिया है। साथ ही युवक का इलाज करने वाले मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ समेत 17सदस्यों को आइसोलेट या क्वारैंटाइन किया गया। युवक को किडनी और लीवर से जुड़ी हुई कुछ समस्या बताई जा रही है।
बस्ती का रहने वाला था युवक
बस्ती जिले के तुरकहिया निवासी युवक को सांस लेने में तकलीफ होने पर परिवार वालों ने रविवार की रात गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया था। तबियत बिगड़ने पर उसे ट्रामा सेंटर के आईसीयू ले जाया गया, जहां सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए लार का नमूना क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र गोरखपुर भेजा गया था। लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई। मामला संदिग्ध होने के चलते नमूना केजीएमयू लखनऊभेजा गया।
प्रशासन ने युवक के आसपास इलाके को किया सील
युवक के संक्रमित होने का पता चलने के बाद नमूना लेने वालों में शामिल दो लैब टेक्नीशियन, एक डॉक्टर को हॉस्टल में आइसोलेट कर दिया गया है। एक अन्य डॉक्टर, दो नर्स व दो वार्ड बॉय भी मेडिकल कॉलेज नहीं आए। उन लोगों ने खुद को घर में ही आइसोलेट कर लिया है। मेडिकल कॉलेज व ट्रामा सेंटर के आईसीयू को सैनिटाइज किया जा रहा है। बस्ती प्रशासन ने परिवार के छह सदस्यों समेत आठ लोगों को आइसोलेट कराते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया है। जिस एंबुलेंस से हसनैन को गोरखपुर ले जाया गया था, उसके ड्राइवर समेत तीन को क्वारैंटाइन किया गया है।
डॉक्टरों से लक्षण पहचानने में हुई चूक
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने कहा- मेडिकल कालेज व मृतक के परिवार समेत 16 लोग आइसोलेट हुए हैं। मरीज में कोरोना के लक्षण थे, लेकिन डॉक्टर उसकी पहचान करने में चूके हैं।
यूपी में अब तक 106 केस
यूपी में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 106 तक पहुंच गई है। तीन नए मामले सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 41 संक्रमित नोएडा में मिले हैं। इसके अलावा मेरठ में 19, आगरा में 12, लखनऊ में 9, गाजियाबाद में 8, में पीलीभीत व वाराणसी में 2-2, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर, मुरादाबाद, शामली, जौनपुर, बागपत, बुलंदशहर में 1-1 मामला सामने आ चुका है।