गोरखपुर. कोरोना वायरस के कहर के बीच गोरखपुर में लॉकडाउन का आज आठवां दिन है। यहां बीते सोमवार से ही लॉकडाउन चल रहा है। गैर राज्यों से पलायन कर यहां तमाम लोगों का आना जारी है। इसलिए शहर के एंट्री प्वाइंट नौसढ़ चौराहे और बस स्टेशन पर लोगों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की 80 टीम शहर से लेकर गांव स्तर पर बाहर से आए लोगों का सर्वे कर उनकी सेहत की रिपोर्ट तैयार कर रही है। लॉकडाउन के चलते किसानों के खेतों में तैयार सब्जियां मंडियों में नहीं पहुंच पा रही है। इससे फल व सब्जी विक्रेता लोगों से मनमाने दाम वसूल रहे हैं। इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन ने रेट तय किए हैं। साथ ही सब्जी किसानों व फल विक्रेताओं को पास जारी करने की व्यवस्था की है।
110 लोगों में संदिग्ध लक्षण
कोरोना प्रभावित देशों से गोरखपुर में अब तक 1640 लोग आए हैं। इनमें 557 लोग ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। जबकि, दिल्ली, मुंबई, पंजाब आदि शहरों से पलायन कर 4802 लोग गोरखपुर पहुंचे हैं। जिला प्रशासन ने इन सभी को क्वारैंटाइन किया है। स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम व डब्ल्यूएचओ की टीम इन सभी की सेहत पर निगरानी कर रही है। सीडीओ हर्षिता माथुर ने बताया कि ऐसे लोगों के घरों के आसपास का क्षेत्र
डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर की निगरानी में सैनिटाइज कराया जा रहा है। इसके अलावा प्रतिदिन उनकी सेहत की रिपोर्ट मंगाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 110 लोग ऐसे मिले जिनमें किसी न किसी को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत है। स्वास्थ्य विभाग से इनकी जांच कराई जा रही है।
महाराष्ट्र और केरल से आए लोगों की अलग सूची तैयार
महाराष्ट्र में कोरोना से कई लोगों के संक्रमित होने की वजह से वहां से आने वाले लोगों को अलग से चिन्हित कर सूची तैयार की गई है। 25 मार्च तक तक महाराष्ट्र से जिले की ग्राम पंचायतों में 1550 लोग आए हैं। इन्हें होम क्वारैंटाइन करने के साथ ही उनके सेहत पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। घर के सदस्यों को भी प्रोटोकॉल की जानकारी देते हुए उनका अनुपालन करने की सख्त हिदायत दी गई है। सभी से अपील है कि वे अपने घरों में ही रहें।