कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन है। ऐसे में हर कोई घरों में कैद है। इसके बावजूद बहुत से ऐसे लोग हैं, जो न सिर्फ घरों से बाहर निकल रहे हैं, बल्कि दूसरों के घरों में पहुंचकर उनके लिए भी परेशानी का सबब बन रहे हैं। ये ऐसे रिश्तेदार और शुभचिंतक हैं, जिन्हें न तो मना ही किया जा सकता है और न ही उन पर नाराजगी जताई जा सकती है। ऐसे में लॉक डाउन में कोरोना संकट की घड़ी में ऐसे महमानों से बचने के लिए गोरखपुर शहर के लोगों ने नायाब तरकीब ढूंढ लिया है। लोगों ने घरों के बाहर ‘अपने घर में रहें, सुरक्षित रहे’ जैसे तमाम स्लोगन लिखे नोटिस चस्पा कर दिए हैं।
गोरखपुर के शाहपुर इलाके के बशारतपुर के रहने वाले आलोक मित्तल ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए 21 दिनों के लॉक डाउन के कारण हर कोई घरों में कैद है। ऐसे में बहुत से हित-मित्र हैं, जो घरों पर चले आ रहे हैं। उन्हें रोका भी नहीं जा सकता है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से दूर रहने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं हो पा रहा है। यही वजह है कि उनके मोहल्ले के 30 से 35 घरों के लोगों ने आपस में बातचीत कर अपने घरों के बाहर नोटिस चस्पा करने का मन बनाया।
पेशे से व्यवसाई आलोक ने बताया कि उनके मोहल्ले के लोगों ने अलग-अलग स्लोगन के साथ बाहर नोटिस चस्पा किया है। जिसमें रिश्तेदार, मित्रों और शुभचिंतकों से घरों में सुरक्षित रहकर इस महामारी से जंग जीतने की अपील की गई है। उन्होंने बताया कि यही वजह है कि आज उन लोगों ने घर के बाहर नोटिस चस्पा किया है। जिससे कि लोग अपने घरों में रहें और लॉक डाउन के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को समझें।
बशारतपुर के भोलाजीपुरम के रहने वाले रेलवे कर्मचारी ध्रुव कुमार सिंह ने बताया कि उन लोगों ने नोटिस चस्पा कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ घर के अंदर रहने और लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करने का संदेश दे रहे हैं। वे घर पर आने वाले लोगों को भी समझा रहे हैं कि वे अपने घरों पर रहें। यहीं के रहने वाले रेलवे कर्मचारी नागेन्द्र सिंह ने बताया कि वे मोदी जी के आह्वान का पालन कर रहे हैं। वे कोरोना के खात्मे के लिए नोटिस चस्पा कर घरों में रहने और देश को बचाने की अपील कर रहे हैं। भोलाजीपुरम के रहने वाले अजय शर्मा ने बताया कि उन लोगों ने पोस्टर चस्पा कर लोगों को घर न आने और खुद दूसरे के घर नहीं जाने की अपील कर रहे हैं। इससे काफी असर पड़ेगा।
गृहणी रचना मित्तल ने बताया कि उन लोगों ने घरों के बाहर नोटिस चस्पा कर रखा है। इसका कारण ये हैं कि लोग उनके घरों पर आ रहे थे। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा था। अब लोग उनके घर पर नहीं आ रहे हैं। जयति मित्तल बताती हैं कि उनके मोहल्ले में 30-35 घर हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए इस नोटिस को चस्पा किया है। क्योंकि जान है तो जहान है। हेल्थ इज वेल्थ कहा जाता है। ऐसे में कोरोना से लड़ने के लिए घरों में रहना जरूरी है।