-नकली दवा का जखीरा बरामद, चार लोग गिरफ्तार
- गाजियाबाद (24 सितंबर 2023)- जल्दी मालामाल होने के चक्कर में कुछ लोग जनमानस की ज़िंदगी से भी खिलवाड़ कर रहे हैं, यहां तक कि नक़ली दवाओं का काला कारोबार भी कर रहे हैं। ऐसा ही एक गैंग ग़ाज़ियाबाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।
कोतवाली पुलिस ने रविवार को एक नकली दावों की ऑन डिमांड आपूर्ति करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से नकली दावों का जखीरा बरामद किया गया है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह ऑन डिमांड नकली दवाई मंगा कर विभिन्न मेडिकल स्टोर पर आपूर्ति करता था और लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा था।
पुलिस उपायुक्त शहर निपुण अग्रवाल ने बताया कि1 लोकल इनपुट व मुखबिर ने सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग बाहर से नकली दवाईया मंगाकर गाजियाबाद मे बेच रहे है । जिससे लोगो के स्वास्थ के साथ खिलवाड हो रहा है । सूचना के आधार पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद टीम द्वारा रेलवे स्टेशन के पास मालगोदाम यात्री शेड से लोगों को नकली दवाईयों के 30 डिब्बे, 26 रबड की फर्जी मोहर व 04 मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ पर आरोपितों ने पुलिस को बताया कि हम लोग कोटद्वार उत्तराखण्ड निवासी एक व्यक्ति के माध्यम से नकली दवाइयो को मंगाते है फिर इन दवाईयो को हम गाजियाबाद मे सस्ते दामों पर मेडिकल स्टोर को बेचकर मुनाफा कमाते है तथा उन रुपयो को हम लोग आपस मे बांट लेते है । गिरफ्तार लोगों में ग्राम हींगवाडा बुलंदशहर निवासी श्रीपाल,ग्राम गिरजा मोड थाना नवादा जिला आरा बिहार वर्तमान सै0-44 प्लेटिनम सोसाईटी सदरपुर नोएडा
निवासी मुकेश,द्वारकापुरी दिल्ली गेट गाजियाबाद निवासी साबेज उर्फ शानू, तथा पटेल नगर थाना सिहानी गेट गाजियाबादनिवासी पुनीत मित्तल हैं।
श्री अग्रवाल ने बताया कि उनके पास से जो दवाईयां मिली हैं उनमें ओजमेंटिन दवा के एक डिब्बे का मूल्य 26सौ रुपये है,जबकि ये लोग उसे स्टोर संचालकों को मात्र 650 रुपये में इसी तरह अल्ट्रासेट टेबलेट के डिब्बे का मूल्य भी 2000से ज्यादा प्रिंट है जबकि नए लोग मात्र 450 रुपये में आपूर्ति करते थे। बरामद सभी दवाईयां नकली हैं।