ghaziabad news गाजियाबाद(5 अप्रैल 2023) वसुंधरा में मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के ऑडिटोरियम में मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, विश्व युवक केन्द्र और अरिहंत चेरिटेबल एजुकेशनल ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से आयोजित सेमिनार में ‘मानसिक रूप से आप स्वस्थ रहें और अपने पड़ोस को भी स्वस्थ रखें। यही मानव कल्याण की भावना होनी चाहिए।’ वक्ताओं ने यह बात कही।
मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान इहबास दिल्ली के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु सिंह ने कहा कि आज सबसे खतरनाक मोबाइल फोन का नशा है। इससे बचना होगा। वरना नई पीढ़ी मानसिक रूप से और बीमार हो जाएगी। इसलिए नौजवान मोबाइल का उतना ही प्रयोग करें जितने की आवश्यकता है।
सुप्रसिद्ध मानसिक रोग विशेषज्ञा प्रोफेसर डॉ. छवि भार्गव शर्मा ने एक विशेष सत्र के अन्तर्गत मानसिक रोग की उत्पत्ति, उसके लक्षण, इनसे बचने के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आप जो भी करें दिल-दिमाग को संतुलित करते हुए करें। हमें सबकुछ आंख मूंदकर स्वीकार नहीं करना चाहिए। जो अच्छी आदतें हैं उन्हें ग्रहण करने की समझ हम लोगों को होनी चाहिए।
विश्व युवक केन्द्र के समन्वयक आलोक वत्स ने कहा कि हम स्वयं पर अधिक ध्यान दें। हम सुधरेंगे तो समाज सुधरेगा। अरिहंत चेरिटेबल एजुकेशनल ट्रस्ट की अध्यक्ष और मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने कहा कि सभी प्राणी अनमोल हैं। अपने भीतर से अनजाने भय को दूर कर स्वयं में आत्मविश्वास बढ़ाएं। जीवन को और सुंदर व सुनहरा बनाएं। यही इच्छा हमें समाज को सुंदर बनाने के लिए प्रेरित करती है।
विश्व युवक केन्द्र के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी उदय शंकर सिंह एवं कार्यक्रम अधिकारी रजत थॉमस ने कहा कि अपने आपको कभी अकेला न समझें। अपने आपको इस सृष्टि की महत्वपूर्ण इकाई मानें और मानसिक रोगों से दूर रहें। इस मौके पर वक्ताओं को शॉल, स्मृति चिह्न और गुलदस्ते भेंटकर सम्मानित किया गया। मानसिक रोग विषय पर आयोजित प्रतियोगिता में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र दिये गये। कुशल संचालन रंजना मिश्रा ने किया। सेमिनार में बड़ी संख्या में नौजवान मौजूद थे। जिन्होंने प्रश्नों द्वारा वक्ताओं से अपनी समस्या का समाधान भी लिया।
#ihbas #mewargroupofinstitutions #oppositionnews