ghaziabad news गाजियाबाद(28 अप्रैल 2023) यूपीसीडा (उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण)ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1036 करोड़ रूपये का राजस्व वसूलकर इतिहास रच दिया है।यूपीसीडा ने उच्चतम वार्षिक कर पूर्व लाभ (पीबीटी) वित्तीय वर्ष 2022-23 में 126 करोड़ अर्जित किया है।जो कि वित्तीय वर्ष 2021-22 की मुकाबले में 21 प्रतिशत की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यूपीसीडा के सीईओ मयंक माहेश्वरी के अनुसार इसका श्रेय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लम्बे समय से लम्बित आवश्यक नीतियों में किये गए परिवर्तन व औद्योगिकरण को बढ़ावा दिए जाने को है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिकरण का एक लंबा इतिहास रहा है और यह भारत का एक अग्रणी औद्योगीकृत राज्य है। देश के राज्यों में इसका एक अलग औद्योगिक आधार है, जिसमें टैक्सटाइल, हैन्डीफ्राफ्ट से लेकर भारी उद्योग और आटोमोटिव निर्माण सम्बन्धित उद्योग स्थापित है। उप्र में औद्योगिक विकास को बढावा देने और राज्य के औद्योगिक विकास की गति को और तेज करने के लिए कई कदम उठाए गए। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण औद्योगिक विकास के लिए निरन्तर कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में औद्योगीकरण को प्राथमिकता की श्रेणी में रखा गया।
उन्होंने बताया कि आंकडे़ पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में 21 प्रतिशत की महत्वपूर्ण बढ़ौत्तरी इसको प्रमाणित करता है। प्राधिकरण का कुल राजस्व रूपये 1036 करोड़ है जो गत वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में 47.70 से ज्यादा है।
उन्होंने बताया कि यूपीसीडा ने पिछले दो वर्षों में कोविड के समय में निवेश प्रवाह में वृद्धि हासिल की है, जो विगत् तीन वर्षों की तुलना में 3.5 गुना है। यूपीसीडा ने 15हजार एकड़ से अधिक भूमि लैंडबैंक के लिए अधिग्रहण किया है और लगातार अधिक से अधिक भूमि अधिग्रहित करने और उसे निवेशकों को उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है। यूपीसीडा ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 374 एकड क्षेत्रफल के 450 भूखंड आवंटित किए । इसके अलावा उद्यमियों की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए कोविड परिदृश्य के बाद भी आसानी से यूपीसीडा ने 32 आनलाइन ई-सेवाए शुरु की हैं, जिनका घर बैठे ही लाभ उठाया जा सकता है।
मयूर माहेश्वरी ने निवेशकों के लिए उत्तर प्रदेश को पसंदीदा गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए संगठन की अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त की है। यूपीसीडा एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जो वृद्धि, विकास और समावेशिता को बढ़ावा दे तथा जिससे उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन सके।
यूपीसीडा ने हाल ही में अपने औद्योगिक क्षेत्रों में सिविल और विद्युत अवस्थापनाओं का अपग्रेडेशन और रखरखाव करके अपने आवंटियों को बेहतर अवस्थापना और सुविधाएं प्रदान करने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। यह रणनीति सफल रही है, जैसा कि यूपीसीडा ने 2022-23 में किए रिकॉर्ड आवंटन और यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में हस्ताक्षरित यूपीसीडा औद्योगिक क्षेत्रों में रुचि दिखाने वाले रु0 3.19 लाख करोड़ के निवेश के संकल्प से देखा गया है। ये निवेश विश्वास के लिए एक वसीयतनामा हैं, जो निवेशकों ने यूपीसीडा में दिखाया है।
यूपीसीडा यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास में अग्रणी बने। औद्योगिक क्षेत्र के अवस्थापनाओं का प्रस्तावित अपग्रेडेशन इस प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
उन्होंने बताया कि यूपीसीडा को 7 देशों ने 3200 करोड रूपये से अधिक का निवेश किया है, जिसमें लगभग 8650 लोग का रोजगार सृजन हुआ है। राष्ट्रीय स्तर पर यूपीएसआईडीए ने पहली बार 7 अलग-अलग राज्यों की प्रतिष्ठित इकाइयों से पिछले 2.5 वर्षों में 3100 करोड रूपये का निवेश प्राप्त किया है, जिसके परिणामस्वरूप 6500 में से अधिक नौकरिया सृजित होगी। यूपीजीआईएस-2023 में यूपीसीडा ने 3.19 लाख करोड रूपये के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिसमें 1.89 लाख करोड रूपये पश्चिमांचल से, रू 40 हजार करोड मध्यांचल से 11.46 हजार करोडरुपये बुदेलखंड में और र78 हजार करोड रुपये पूर्वाचल में निवेश प्राप्त हुए है।
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार सहयोग कर रहा है।
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