
गाजियाबाद (26 मई 2022)- किसी भी शहर में सबसे सुरक्षित स्थान माने जाने वाले जिला मुख्यालय में तैनात गार्ड से ही अगर कोई मारपीट करे और कई दिन गुजरने के बाद भी उस पर कार्रवाई न हो तो क्या आप यक़ीन करेंगे। लेकिन हम आपको गाजियाबाद जिला प्रशासन मुख्यालय यानि कलेक्ट्रेट में हुई एक ऐसी कथित वारदात के बारे में बता रहे हैं जिसको पढ़कर आप न सिर्फ हैरान रह जाएंगे बल्कि ये सोचने पर मजबूर होंगें कि आखिर शहर में अब कोई सुरक्षित स्थान बचा भी है या नहीं। जी हां हम बात कर रहे हैं गाजियाबाद के जिलाधिकारी कार्यालय की, जहां तैनात गार्ड अमित कुमार ने बाका़यदा लिखित में शिकायत की है कि गार्ड की ड्यूटी के दौरान रात को उनके साथ न सिर्फ मारपीट की गई है बल्कि शराब के नशे में कलक्ट्रेट कार्यालय के ही कुछ कर्मचारियों ने जाति सूचक शब्द कहते हुए जान से मारने तक की धमकी दी है। पीड़ित का आरोप है कि अपने साथ हुई वारदात की शिकायत उसने पहले तो जिलाधिकारी महोदय के कार्यालय में करने की कोशिश की थी, लेकिन उसको कविनगर थाने भेज दिया गया। जहां पर उसने लिखित शिकायत की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लगभग एक सप्ताह पहले हुई इस घटना के बारे में पीड़ित ने थाना कविनगर, जिलाधिकारी महोदय व राष्ट्रीय अनूसूचित जाति आयोग तक में लिखित शिकायत की है। पीड़ित का आरोप है कि कलेंक्ट्रेट में कार्यरत कई कर्मचारियों ने न सिर्फ जिला मुख्यालय परिसर में शराब पी रखी थी बल्कि उसके साथ मारपीट तक कर डाली। पीड़ित ने अपनी शिकायत में जिला मुख्यालय में कार्यरत कई कर्मचारियों के खिलाफ बाकायादा नाम लेकर लिखित शिकायत की है। हम आपको पीड़ित द्वारा की गई शिकायत की कापी ज्यूं की त्यों दिखा रहे है। इस बारे में फिलहाल जिला प्रशासन या पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान या कोई प्रतिक्रियां सामने नहीं आई है। लेकिन इतना तो तय है कि जिस जिला मुख्यालय में जिले के कई नामी पत्रकारों के गुटों में शहर के अलग अलग हिस्सों में हुई कथिततौर पर शराब के नशे में मारपीट में लहूलुहान और एक दूसरे के खिलाफ एफआईआर तक की जांच के नाम पर मामले की चर्चा गर्म हो, भला वहां पर तैनात गांर्ड से ही मारपीट की घटना की रिपोर्टिंग कौन करेगा। #ghaziabadnews #ghaziabad #ghaziabad_dm_office #oppostionnews #azadkhalid #ghaziabadmedia
