गाजियाबाद (24 सितंबर 2023)- गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल की चौकसी और ताबड़तोड़ कार्रवाई से नगर निगम गाजियाबाद में लगातार घोटाले बेनकाब हो रहे हैं। इसी क्रम में
महापौर सुनीता दयाल ने रविवार को एक हैरान करने वाला मामला पकड़ा है। महापौर ने वैशाली से आते समय मोहन नगर चौराहे पर गाजियाबाद नगर निगम लिखे दो डम्फर देखे ध्यान दिया तो पता चला कि एक में मलबा है और दूसरे में डस्ट है तभी महापौर ने गाड़ी रोकी और ड्राइवर से जानकारी प्राप्त की जिसमे पता चला कि उक्त गाड़ी नेचर ग्रीन कंपनी का वेद प्रकाश नामक व्यक्ति चलवाता है। दिन में लगभग 2 चक्कर लगते है प्रत्येक चक्कर का 25 ली डीजल मिलता है और यह मलबा मोरटा साइट पर जा रहा है और पेपरमिल की डस्ट सिहानी गार्बेज फैक्ट्री जा रही है। महापौर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी से फ़ोन वार्ता पर बात की तो बताया गया कि अगर निगम किसी प्राइवेट वाहन का प्रयोग करता है तो वह वाहन प्राइवेट कार्य नही कर सकता है। तो महापौर ने कहा कि फिर क्यो नेचर ग्रीन का कार्य निरस्त किया जाए?
तभी महापौर ने मौके पर सफाई निरीक्षक को बुलाकर दोनों गाड़िया सोपी और कार्यवाही के निर्देश दिए।
-वैशाली में प्राइवेट कम्पनी का कार्य मे हो रहा निगम के पीने के पानी का दोहन
राम्प्रस्था ग्रीन वैशाली में एक प्लॉट में निगम का पानी का टैंक महापौर को खड़ा मिला जिसके आस पास रेत,डस्ट, रोड़ी,सीमेंट आदि भी रखा था प्रतीत हो रहा था कि किसी को फायदा पहुचने के लिए पानी के टैंक द्वारा जल का दुरुपयोग किया जा रहा है। मौके पर अवर अभियंता से वार्ता की गई जिसमें बताया गया कि जन्माष्टमी पर कार्यक्रम के दौरान वही खड़ा किया हुआ था तब महापौर ने सख्ती दिखाते हुए कहा गया कि 1 माह से उक्त स्थल पर ही टैंक खड़ा हुआ है क्या आपको पता नही की कार्यक्रम समाप्त हो गया तो टैंक को निगम में खड़ा किया जाए ये लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही की जाएगी। कुल मिलाकर नगर निगम गाजियाबाद पहले ही चर्चा में रहा है लेकिन मेयर सुनीता दयाल की मुस्तैदी शहर के लिए उम्मीद की किरन बन रही है।
आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more