ग़ाज़ियाबाद (15 फरवरी 2018)- आम तौर पर नीली बत्ती लगी गाड़ी और पुलिस वॉयरलेस मैसेज लोगों के लिए न सिर्फ वीआईपी होता बल्कि आम आदमी डर भी जाता है। और अब लुटेरे जनता के इसी डर का फायदा उठाकर लूट को अंजाम देने लगे हैं। गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है।
गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच और थाना मसूरी पुलिस की संयुक्त टीम ने आईएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज के पास से चेकिंग के दौरान 03 शातिर लुटेरों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस मुख्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक़ इनके कब्जे से 02 लक्जरी कार, सोने-चांदी के ज़ेवरात, 42000 रूपए नगद, नीली बत्ती, पैन डाइव में पुलिस वायरलेस सन्देश रिकॉर्डिंग बरामद हुए है।
दिलचस्प बात ये है कि पकड़े गये सभी आरोपी दिल्ली के हैं और उनकी लूट का शातिर गैंग उत्तर प्रदेश में वारदातों को अंजाम दे रहा था। पकड़े गये आरोपियों में मुकेश कुमार, संजय मेहरा और इंद्ररजीत दिल्ली के मयूर विहार के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से नीली बत्ती फ्लेशर समेत सफेद रंग के एक कार फर्जी नम्बर प्लेट लगी हुई थी,जबकि एक दूसरी कार, 42,000 रुपये नगद, एक पेन ड्राइव जिसमें भ्रमित करने के लिए पुलिस कन्ट्रोल रुम से प्रसारित संदेश की ऑडियो रिकार्डिग, एक सोने की चेन, एक सोने की अंगूठी, एक चांदी की अंगूठी, पीडित का लूटा हुआ आधार कार्ड, एक आर्मी कैप, देशी असलाह बरामद हुए हैं। गिरफ्तार आरोपी क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल का नकली अधिकारी बनकर राष्ट्रीय राजमार्गो पर लम्बी दूरी का सफर करने वाले मुसाफिरों को लिफ्ट देकर बीच रास्ते में पेन डाइव में सेव पुलिस वायरलेस मैसेज को चलाकर चेकिंग के नाम का डर दिखा कर मुसाफिरों से सारा सामान लूट किया करते थे। पुलिस का दावा है कि ये आरोपी मुसाफिरों को हथियार दिखाकर भी लूट लिया करते थे।