
वरिष्ठ पत्रकार vinod dua पर एफआईआर दर्ज किये जाने का मामला सामने आया है। हांलाकि पत्रकारों के खिलाफ अक्सर मामले सामने आते रहते हैं। देशभर में पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर देखकर लगता है कि मौजूदा दौर में सच्ची पत्रकारिता जोखिम का काम होती जा रही है। ताजा मामला है, जाने माने वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ journlist vinod dua के खिलाफ दिल्ली में एफाईआर दर्ज होने का। इस मामले को लेकर पत्रकारिता जगत में खासी बेचेनी है। हांलाकि कुछ लोग कह रहे हैं कि सीधे तौर पर सरकार पर निशाना साधने और कांग्रेस और नेहरु जी की तारीफ के अलावा गृहमंत्री और प्रधानमंत्री पर की गई टिप्पणी के बाद बीजेपी के किसी कार्यकर्ता ने उनके खिलाफ पुलिस से शिकायत कर दी है। लेकिन इस मामले ने एक बार साबित कर दिया है कि पत्रकारों के लिए संयम और संभल कर बोलना बेहत ज़रूरी होता जा रहा है। लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता रहे पत्रकार आशुतोष ने मौजूदा सरकार में सीधे तौर पर ईमानदार पत्रकारिता को लेकर खड़े किये गये सवालों से एक नई बहस की भी शुरुआत हो गई है। खासतौर से जब कि पिछली सरकारों में खुद आशुतोष जैसे कई पत्रकारों का रोल कुछ लोगों को आज भी याद है।
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