नई दिल्ली (17 अक्तूबर 2019)- अपराधियों पर नकेल कसने और अपराध पर काबू करने के लिए जांच ऐसियां फिंगर प्रिट रिकार्ड को हथियार के तौर पर इस्मेताल करेंगी। नेश्नल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो और देश की जांच ऐजेसियां फिगंर फिंगर प्रिंट के रिकार्ड को लेकर खासी उत्साहित है। इसको लेकर सरकार भी रणनीति बनाने में जुटी है।
इसी कड़ी में गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने शुक्रवार को फिंगरप्रिंट निदेशको के 20वे अखिल भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानि एनसीआरबी ने किया है। सम्मेलन में एनसीआरबी के निदेशक रामफल पंवार, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव( महिला सुरक्षा) श्रीमती पुण्य सलिल श्रीवास्तव और केंद्रीय पुलिस संगठनो,राज्यो और संघशासित प्रदेशो के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो ने भी भाग लिया। उद्घाटन समारोह में देश भर से 80 फिंगरप्रिंट विशेषज्ञो और प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
श्री जी किशन रेड्डी ने अपने संबोधन में फिंगरप्रिंट के महत्व पर ध्यान केंद्रित करते हुए एनसीआरबी की राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली(एनएएफआईएस) शुरू करने के लिए प्रयासो की सराहना की। एनएएआईएस नेटवर्क आधारित अखिल भारतीय प्रणाली है जो विभिन्न अपराधियो के फिंगरप्रिंट की रिकार्डिंग और इसे सांझा करने में मदद करेगा। उन्होंने इस बात पर भी संतोष व्यक्त किया कि एनसीआरबी में केंद्रीय फिंगरप्रिंट ब्यूरो अपराधियो के फिंगरप्रिंट रिकार्ड रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ पद्धति का प्रयोग कर रहा है।
एनसीआबी के निदेशक श्री राम लाल पवार ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एनएएफआईएस के इस्तेमाल से पुलिस को तेजी से आपराधिक मामलो को सुलझाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने राज्यो के फिंगरप्रिंट ब्यूरो में पर्याप्त मानव संसाधन होने की आवश्यकता पर जोर भी दिया। पवार ने कहा कि दो दिन के इस सम्मेलन के दौरान विचार-विमर्श से फिंगरप्रिंट सुविधा के अधिक इस्तेमाल होने और जांचकर्ताओ तक पहुंच पर प्रभाव पड़ेगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव( महिला सुरक्षा) श्रीमती पुण्य सलिल श्रीवास्तव ने शैक्षणिक संस्थानो और अंतर्राष्ट्रीय एंजेसियो के साथ सहयोग कर फिंगरप्रिंट विशेषज्ञो की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया।
अपराध को क़ाबू करने में सहायक होगा फिंगर प्रिंट का रिकॉर्ड:जी किशन रेड्डी
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