
नई दिल्ली/गुजरात/हरियाणा (24 जनवरी 2018)- सुप्रीम कोर्ट द्वारा फिल्म पद्मावत को लेकर स्पष्ट आदेशों के बावजूद करणी सेना का देशभर में हंगामा जारी है। पद्मावति मामले पर करणी सेना और कई सघंठनों का विरोध अब हिंसक होता जा रहा है। अहमदाबाद से लेकर फरीदाबाद, गुरुग्राम और हरियाणा समेत देश के कई हिस्सों में सड़कों और फिल्म थियेटरों पर तोड़फोड़ जारी है। ख़बरों के मुताबिक़ अहमदाबाद में मंगलवार रात को करणी सेना के लोगो ने मॉल में की तोड़फोड़ की है। इतना ही नहीं वहां 40 बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया है। और कई जगहों पर शीशे तोडे गये। अहमदाबाद के 3 मल्टीप्लेक्स में करणी सेना का हल्लाबोल जारी था और हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को फायरिंग तक करनी पड़ी है।
दरअसल करणी सेना के हज़ारों लोगों ने गुजरात के अहमदाबाद शहर के तीन मॉलों में भारी तोडफ़ोड़ की है। पद्मावति के विरोध में कई कारों में भी तोडफ़ोड़ की गई है। लेकिन इस तरह के मामलों पर करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र कालवी का कहना है कि करणी सेना के नाम पर कुछ असमाजिक तत्व तो़ड़फोड़ कर रहे हैं। अहमदाबाद के हिमालयन मॉल के मैनेजर राकेश मेहता ने बताया कि हमने मॉल के गेट पर बोर्ड लगा दिया कि यहां पद्मावत फिल्म नहीं दिखाई जाएगी। बावजूद इसके मॉल को पूरी तरह तहस नहस कर दिया गया है।
उधर हरियाणा के कई शहरों में विरोध उग्र हो रहा है। फरीदाबाद के मॉलों में फिल्म पद्मावत के रिलीज़ होने को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इसके लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और शहर में धारा 144 लगाई गई है। पुलिस के आलाअधिकारियों ने कडी सुरक्षा करते हुए दावा किया है कि तोडफोड और विरोध करने वाले को किसी भी सूरत पर बख्शा नहीं जायेगा। दरअसल 25 जनवरी को रिलीज होने वाली फिल्म पदमावती को फरीदाबाद के पीवीआरों में 24 जनवरी की शाम 7 बजकर 15 मिनट पर रिलीज किया जा रहा है। इसके लिए डीसीपी सैंट्रल भूपेन्द्र सिंह ख़ुद ही कमान संभाले हुए हैं। उनका कहना है कि शहर के हर मॉल पर 30 से 40 पुलिस कर्मी तैनात किये गये हैं ताकि असमाजिक तत्वों पर निगरानी रखी जा सके। सेंट्रल ज़ोन फरीदाबाद की सुरक्षा में तैनात पुलिस के आला अधिकारी आत्माराम का कहना है कि फ़िल्म पद्मावत रिलीज को लेकर धारा 144 पूरी तरह से लागू कर दी गयी है और लोगो को सुरक्षित माहौल देने के लिए पुलिस मुस्तैद है । उन्होंने कहा कि यदि किसी को फ़िल्म से कोई आपत्ति है तो वह कोर्ट जाए या फ़िल्म ना देखे।
जबकि फरीदाबाद के क्राउन प्लाज़ मॉल के मालिक जेपी गुप्ता का कहना है कि उन्होंने अपने मॉल को पूरी तरह से सील कर दिया है, मॉल के सभी रास्तों को बंद कर सिर्फ एक ही रास्ता आने जाने वालों के लिये खोला गया है, जिसपर पुलिस प्रशासन ने भी अपने पुलिस कर्मी तैनात कर दिये हैं। हांलाकि इस विवादित फिल्म को देखने के इच्छुक लोगों का मानना है कि इस फिल्म को देखना चाहते हैं, कि आखिर फिल्म के अंदर ऐसा क्या है जिसका इतना विरोध किया जा रहा है, लेकिन साथ ही कुछ युवा चाहते हैं कि ये फिल्म रिलीज़ न हो, क्योंकि इसमें हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है।
उधर हरियाणा के ही गुरुग्राम में पद्मावत को लेकर प्रशासन पूरी मुस्तैदी का दावा कर रहा है। इसके लिए पूरे ज़िले के सिनेमा हॉल्स के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लगा दी है। दरअसल कर्णी सेना की चेतावनी के बावजूद बुधवार शाम को पद्मवात फ़िल्म का प्रीमियर शो होना है। इस पर गुरुग्मा के पीआरओ रविंदर कुमार का दावा है कि पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। उनका दावा है कि वीरवार को रिलीज होने जा रही संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फ़िल्म पद्मावत को लेकर साइबर सिटी गुरुग्राम में सुरक्षा को चाक चौबंद कर दी गई है। एमजी रोड और सोहना रोड स्थित मल्टीप्लेक्स में फ़िल्म बिना किसी बाधा के चल सके इसके लिए गुरुग्राम पुलिस ने 550 जवानो की तैनाती कर दी है। इसके अलावा स्थानीय थानों की पुलिस भी इस पर नजर रखेगी जिला प्रसाशन ने भी फ़िल्म प्रदर्शित के दौरान किसी प्रकार की हिंसा न हो इसके लिए तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी है । धारा 144 का आदेश 28 जनवरी तक लागू रहेगा । दरअसल गुरुग्राम में करीब दो दर्जन मल्टीप्लेक्स व सिनेमा हाल है ।तकरीबन सभी में फ़िल्म पद्मावत को चलाने की तैयारी है । वहीं करणी सेना द्वारा दो दिन पहले सभी मल्टीप्लेक्स व सिनेमाघरों के संचालकों को एक धमकी भरा पत्र भी दिया गया था। जिसकी वजह से सभी संचालको में काफी डर था । लेकिन गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार का दावा है कि पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है।
ख़बर ये भी है कि दिल्ली में फिल्म पद्मावत के खिलाफ याचिका दायर की गई है। यहां के एक वकील एमएल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में फिल्म पद्मावत से विवादित सीन हटाने की याचिका दायर की है और इस पर सोमवार को सुनवाई होगी।
जबकि पंचकूला में भी पद्मावत को लेकर प्रशासन मुस्तैद बताया जा रहा है। यहां के उपायुक्त का कहना है कि फिल्म पद्मावति के रिलीज होने को देखते हुए पंचकूला जिले में दण्ड प्रक्रिया नियमावली 1973 की धारा 144 के तहत असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को रोकने के लिए आदेश जारी किये गये हैं। जबकि 25 जनवरी को फिल्म पद्मावती रिलीज होने के बारे में सुनकर फिर से विरोध होना शुरू हो गया है। इसी के चलते बुधवार को कुछ हिंदू संगठनों ने क्षत्रिय समाज के बैनर तले सैंकड़ों की संख्या में लोगों ने इकट्ठा होकर फ़िल्म को ना चलाने का आग्रह किया है।
पद्मावति को लेकर उत्तर प्रदेश में भी विरोध की आवाज़े आ रही है। यहां के कानपुर में कई मल्टीप्लेक्स में फिल्म के पोस्टर फाड़े जाने की ख़बरे हैं। कानपुर में काकादेव के थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह के मुताबिक़ सर्वोदय नगर इलाके के एक मल्टीप्लेक्स में करणी सेना के करीब एक दर्जन सदस्यों ने संजय लीला भंसाली की 25 जनवरी को रिलीज होने वाली फिल्म पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शन किया है।
इसी तरह पद्मावत के विरोध में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी करणी सेना, राजपूत समाज सहित हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता सडक़ों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर इस फिल्म को सिनेमाघरों में नहीं चलने देंगे। इसके अलावा ग्वालियर और मुरैना में भी पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शन जारी है।