देश में कोरोनावायरस के संक्रमण के मामलों को अचानक बढ़ाने के जिम्मेदार ठहराए गए तब्लीगी जमात के लोगों ने क्वारैंटाइन सेंटर्स में बदतमीजी की हदें पार कर दी हैं। आए दिन इनकी बदतमीजियों की खबरें कई शहरों से आ रही हैं।कानपुर के हैलट अस्पताल में भी तब्लीगी जमातियों को रखा गया है। यहां भी इन लोगों ने डॉक्टरों से बदतमीजी की, उन पर थूका। अब जब इन लोगों को संक्रमण का डर सताने लगा और जान पर बन आई, तो इन्हें अपनों की याद सता रही है।हैलट अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती तीन जमाती गुरुवार को बिलख-बिलख कर रोने लगे। इन लोगों ने डॉक्टरों से कहा कि हमारी जान बचा लो।
इसी हैलट अस्पताल में जमातियों नेडॉक्टरों पर थूका था और गालीगलौज की थी। अब इन लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है। जमातियों ने पैरामेडिकल स्टॉफ से कहा कि हमें घरवालों की याद आ रही है। बस आप लोग हमारी जान बचा लीजिए।
डॉक्टरों ने बढ़ाया जमातियों का हौसला
पैरा मेडिकल स्टॉफ से बात करते-करते जमातियों की आंखों से आंसू छलक पड़े। पैरामेडिकल स्टॉफ ने उन्हें समझाया कि जल्दी ठीक होने के लिए आप लोगों को प्रोटोकॉल का पालन करें। डॉक्टरों की बात मानें और समय से दवाएं खाएं।जमातियों ने कहा कि वे फीवर चार्ट खुद ही भरेंगे। इसके बाद अस्पताल के स्टाफ ने जमातियों का हौसला बढ़ाया और कहा कि आप लोग जीतकर आएं, इसके लिए हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
5 हजार 581 लोग कानपुर आए
दूसरों राज्यों और जिलों से 5581 लोग पलायन कर कानपुर और यहां के ग्रामीण क्षेत्रों मेंआए हैं। सभी के लिए दवा, खाना और जरूरी चीजों की व्यवस्था की गई है। इनका इलाज किया जा रहा है।5065 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया हैं। अब कानपुर में कारोना संक्रमितों की सख्या 11 हो गई, इनमें 10 जमाती हैं।
जमातियों और सपंर्क में आने वाले 125 लोगों में से 40 ट्रेस
निजामुद्दीनमरकज में शामिल होने वाले या जमातियों के संपर्क में आने वाले 125 लोग शहर में छिपे थे। इनकी तलाश में पुलिस टीमों के साथ एटीएस को लगाया था। 125 लोगों की लिस्ट संबंधित थानों को सौंप दी गई है। बुधवार को 40 लोगों को खोज निकाला गया। इन लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है। अगर इनमें लक्षण मिलते हैं तो इन्हें आइसोलेट कर इलाज किया जाएगा।