उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के करमपुर चौधरी गांव में सोमवार को पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था। पुलिस चौकी में आगजनी की कोशिश की गई थी। पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति संभाली थी। इस मामले में पुलिस ने 150 से अधिक लोगों पर केस दर्ज किया है। 43 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पूरे गांव में सन्नाटा है। लोग घरों में कैद हैं। हर जगह पुलिस फोर्स तैनात है।
महिलाएं बोलीं- पुलिस ने बेकसूरों को भी नहीं बख्शा
इज्जतनगर थाना क्षेत्र का करमपुर चौधरी गांव मंगलवार को वीरान सा नजर आया। 43 लोगों की गिरफ्तारी और 150 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर से लोग सहमे हुए हैं। लोग घरों में कैद हैं और दूर दूर तक जहां भी नजर जाए, केवल मवेशी ही नजर आए। लोगों में खौफ का आलम ये है कि घर के बाहर बंधे मवेशी को चारा देने तक के लिए ग्रामीण घरों से बाहर नहीं निकले। बड़ी मशक्कत के बाद कुछ स्थानीय महिलाएं करने को तैयार हुईं। उन्होंने कहा- कुछ लोगों की गलती का परिणाम सबको भुगतना पड़ रहा है। हालांकि, उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि, फोर्स ने बेकसूर महिलाओं पर लाठी भांजी है।
इसलिए बिगड़ा था माहौल
गांव करमपुर चौधरी में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के होने की सूचना पर दोपहर दो सिपाही पहुंचे थे। सिपाही लोगों से जानकारी कर रहे थे, लेकिन लोगों ने असहयोग किया और हाथापाई की। इसके बाद दोनों सिपाही वहां से दो लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस बैरियर वन चौकी ले आए। लेकिन थोड़ी देर बाद गांव के प्रधान तसब्बुर खान की अगुवाई में 300 से 400 लोग पुलिस चौकी पर पहुंच और आगजनी करने की कोशिश की। इसकी सूचना जब सीओ अभिषेक वर्मा आईपीएस मौके पर पहुंचे तो उनसे भी लोग भिड़ गए और हाथापाई की। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। लाठी चलाने के दौरान आईपीएस अभिषेक वर्मा का पैर फिसल गया और वे गिरकर घायल हो गए। पुलिस ने मौके से 18 लोगों को पकड़ा था। गांव व पुलिस चौकी पर पुलिस बल तैनात किया गया है।