उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच क्वारैंटाइन सेंटर में एडमिट तब्लीगी जमात के सदस्य किसी की बात मानने को तैयार नहीं है। डाक्टरों के लाख समझाने के बाद भी जमाती एक साथ वार्ड में नमाज पढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं रातभर जाकर कुरान की तिलावतें भी पढ़ रहे हैं। रविवार को डॉक्टरों पर थूकने वाले कोरोना संक्रमित जमाती के तेवर कुछ ढीले पड़े है। अभद्रता फैलाने वाले जमाती ने डाक्टरों से गुस्ताखी के माफी मांगी है ।
कानपुर शहर में तब्लीगी जमात और उनके संपर्क में आए 79 लोगों क्वारैंटाइन करने के लिए दो सेंटर बनाए हैं। पनंकी के नारायणा मेडिकल कॉलेज में 50 जमातियों को क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। वहीं 29 जमातियों और उनके संपर्क में आए लोगों को रामा डेंटल कॉलेज के क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। इन दोनों सेंटर में क्वारैंटाइन के लिए आए जमातियों ने डाक्टरों और कर्मचारियों के नाक में दम कर रखा है। एक भी जमाती क्वारैंटाइन प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहा है।
यह दोनों ही सेंटर अतिसंवेदनशील हैं। अधिकतर जामातियों की कोरोना रिर्पोट निगेटिव आई है। इसके बाद भी यदि आपस में दूरी नहीं बनाते है तो कोरोना के लक्षण उभर सकते है।अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि जमात के सदस्य एक दूसरे से दूरी नहीं बना रहे हैं। बिना मास्क के एक दूसरे से बाते करते हैं। जमाती एक साथ एक जुट होकर नमाज पढते हैं। रोकने पर बहस करते हैं और कर्मचारियों को परेशान करते हैं। इसके साथ ही आधा दर्जन ऐसे जमाती हैं जो रतजगा करते हैं और कुरान की तिलावते पढते हैं। तिलावते पढने वाले जमाती किसी की बात नहीं मानते हैं।
बदसलूकी करते हुए जमाती ने डाक्टरों पर थूक दिया था
बीते रविवार को सरसौल के सीएचसी में बनाए गए हाई रिस्क आइसोलेशन सेंटर में मेरठ से आए तब्लीगी जमात के कोरोना पेसेंट को भेजा गया था। जमात का यह सदस्य डाक्टरों से भिड़ गया था। बदसलूकी करते हुए जमाती ने डाक्टरों पर थूक दिया था और इसके बाद खुद को कमरे में बंद कर लिया था। जब डाक्टरों ने मुख्यमंत्री से शिकायत कर रासुका लगवाने की धमकी दी तो पेसेंट ने कमरे का गेट खोला था।
डाक्टरों को इस जमाती के लिए पुलिस भी बुलानी पड़ी थी। सोमवार को मेरठ के इस जमाती के तेवर कुछ ढीले पड़े है। उसने डाक्टरों से इस गुस्ताखी के लिए माफी भी मांगी है । जमाती का कहना था कि तनाव में आ गया था इस लिए इस तरह की हरकत की थी । इसके साथ ही जमाती ने डाक्टरो को भरोसा दिलाया है कि मैं डाक्टरों का पूरा सहयोग करूंगा । डाक्टर जैसा कहेंगें वैसा ही मैं करूगां। वहीं डाक्टरों ने भी इस जमाती को माफ कर दिया है।