उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कोरोनावायरस के खौफ में आकर गन्ना विकास परिषद शेरमऊ के क्लर्क ने बुधवार रात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना पाकर पहुंची पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने लिखा- वह कोरोनावायरस के चलते दहशत में है और अपनी जान दे रहा है। देश में कोरोनावायरस के केस लगातार बढ़ रहे हैं। इसे रोकने के लिए संपूर्ण भारत में 21 दिनों के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है।
सहारनपुर बाइपास स्थित सत्संग भवन के पास गन्ना विकास परिषद का कार्यालय है। बुधवार शाम कार्यालय के सभी कर्मचारी जा चुके थे, बावजूद इसके रात आठ बजे तक ताला नहीं लगाया गया। पड़ोसी जितेंद्र ने अनहोनी की आशंका के तहत कार्यालय के भीतर आकर देखा तो वे सन्न रह गए। कार्यालय के क्लर्क आदेश सैनी का शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। वह रामपुर मनिहारन थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव का रहने वाला था।
सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। नुक्कड़ कोतवाली प्रभारी सुशील सैनी ने बताया कि, सुसाइड नोट में लिखा था कि मैं कोरोना वायरस से बहुत डरा हुआ है। मुझे अपनी चिंता नहीं, लेकिन जब घर पहुंचता हूं तो लगता है कि मैं कोरोनावायरस का शिकार हो गया हूं। मैं पिछले 10 दिनों से सोया नहीं हूं। इसलिए मैं यह कदम उठा रहा हूं। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। मेरी अंतिम प्रार्थना है कि, मेरा जितना भी देय है वह मेरी पत्नी को दे दिया जाए।
सहारनपुर में लॉकडाउन तोड़ने पर होगी सीधे जेल
सहारनपुर में लॉकडाउन का शत प्रतिशत अनुपालन कराने के लिए धारा 144 लागू है, वहीं अब जिला पुलिस प्रशासन से सख्त कदम उठाते हुए कर्फ्यू लगाने जैसा कदम उठाने का भी मन बनाया है। एसएसपी दिनेश कुमार ने एक वीडियो वायरल कर जिले की जनता को हिदायत दी है कि लॉकडाउन में किसी भी वक्त सड़क पर निकलने पर पकड़े जाने वाले व्यक्ति को सीधे जेल भेजा जाएगा। मंदिर, मस्जिद अथवा अन्य धर्म स्थल पर जाने जैसा कोई भी बहाना नहीं चलेगा। जो भी व्यक्ति सड़क पर निकल रहा है, वह अपने रिस्क पर ही सड़क पर निकले, क्योंकि सड़क पर घुमते हुए पकड़े जाने पर पुलिस द्वारा ऐसे व्यक्ति को पकड़ लिया जाएगा और सीधे जेल भेज दिया जाएगा। एसएपी ने कहा किसी भी धर्म स्थल पर यदि भीड़ एकत्रित होती है तो ऐसे धर्म स्थल के प्रबंधक, पुजारी, इमाम और पादरी आदि के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।